रामजी लंका पर विजय प्राप्त करके आए तो, भगवान ने विभीषण जी, जामवंत जी, अंगद जी, सुग्रीव जी सब को…
कलियुग केवल नाम अधारा।संतों ने कहा है—कलियुग तुम धन्य हो ! क्यों धन्य है ? इसका उत्तर इस पद में…
दान से अक्षय पुण्य प्राप्त होता है और साथ ही जाने-अनजाने में किए गए पाप कर्मों के फल भी नष्ट…
प्रभु श्री कृष्ण जी को अर्जुन सबसे प्रिय इसलिए थे कि वो नर के अवतार थे और श्री कृष्ण स्वयं…
विद्यावान गुनी अति चातुर । राम काज करिबे को आतुर ॥ एक होता है विद्वान और एक विद्यावान । दोनों में…
*🐢एक कछुआ भगवान विष्णु का बड़ा अनन्य भक्त था. एक बार गंगासागर स्नान को आए कुछ ऋषियों के मुख से…
गंगा सागर को तीर्थों का पिता कहा जाता है, कहने का तात्पर्य है कि गंगा सागर का अन्य तीर्थों की…
एक समय की बात है। एक पंडित जी कई वर्षों तक काशी में शास्त्रों का अध्ययन करने…
संसार को विषवृक्ष कहा गया है, उसमें आपत्तियाँ भी कम नहीं हैं । यहाँ यंत्रवत् सब कुछ चलता है।**"दूर रहते…
वैश्विक महामारी कोविड -19 अपने चरम पर नित रोज अनगिनत शवों का आहार लें रहा है ! उसका भूखा और…