भागवत कथा

Covid-19 ) हनुमानजी का ऋण ।

रामजी लंका पर विजय प्राप्त करके आए तो, भगवान ने विभीषण जी, जामवंत जी, अंगद जी, सुग्रीव जी सब को…

4 years ago

Covid-19 ) कलियुग केवल नाम अधारा / संतों ने कहा है—कलियुग तुम धन्य हो ! क्यों धन्य है ? इसका उत्तर इस पद में दिया गया है। पढ़े विस्तार से।

कलियुग केवल नाम अधारा।संतों ने कहा है—कलियुग तुम धन्य हो ! क्यों धन्य है ? इसका उत्तर इस पद में…

4 years ago

Covid-19 ) पुण्यों का मोल ।

दान से अक्षय पुण्य प्राप्त होता है और साथ ही जाने-अनजाने में किए गए पाप कर्मों के फल भी नष्ट…

4 years ago

Covid-19 ) कथा नर और नारायण की।

प्रभु श्री कृष्ण जी को अर्जुन सबसे प्रिय इसलिए थे कि वो नर के अवतार थे और श्री कृष्ण स्वयं…

4 years ago

Covid-19 ) विद्वान व विद्यावान में अन्तर।

विद्यावान गुनी अति चातुर । राम काज करिबे को आतुर ॥  एक होता है विद्वान और एक विद्यावान । दोनों में…

4 years ago

Covid-19 ) कछुआ से केवट और सुदामा ।

*🐢एक कछुआ भगवान विष्णु का बड़ा अनन्य भक्त था. एक बार गंगासागर स्नान को आए कुछ ऋषियों के मुख से…

4 years ago

Covid-19 ) सारे तीरथ बार-बार गंगा सागर एक बार जाने क्यों।

गंगा सागर को तीर्थों का पिता कहा जाता है, कहने का तात्पर्य है कि गंगा सागर का अन्य तीर्थों की…

4 years ago

Covid-19 } पाप का गुरु कौन ।

        एक समय की बात है। एक पंडित जी कई वर्षों तक काशी में शास्त्रों का अध्ययन करने…

4 years ago

Covid-19 } दुःख की निवृत्ति ज्ञान से ही संभव है।

संसार को विषवृक्ष कहा गया है, उसमें आपत्तियाँ भी कम नहीं हैं । यहाँ यंत्रवत् सब कुछ चलता है।**"दूर रहते…

4 years ago

Covid-19 } गिद्द के गिद्द कौन होंगे ?

वैश्विक महामारी कोविड -19 अपने चरम पर नित रोज अनगिनत शवों का आहार लें रहा है ! उसका भूखा और…

4 years ago