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A day before Republic Day

बिहार की शारदा सिन्हा और सुशील मोदी समेत सात हस्तियों को पद्म विभूषण सम्मान

जमुई: गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले, केंद्र सरकार ने वर्ष 2025 के पद्म पुरस्कारों की घोषणा की है। इस बार बिहार की लोक गायिका शारदा सिन्हा और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी समेत सात हस्तियों को प्रतिष्ठित पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। पद्म विभूषण, भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने अपने क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया हो।

इसके अतिरिक्त, पद्म विभूषण से सम्मानित होने वालों में गजल गायक पंकज उधास और जापानी संगीतकार ओसामु सुजुकी भी शामिल हैं। इस साल, कुल सात व्यक्तियों को पद्म विभूषण, 19 को पद्म भूषण और 113 को पद्म श्री पुरस्कार दिया जाएगा।

बिहार से अन्य प्रमुख पुरस्कारों में दिवंगत पूर्व आईपीएस अधिकारी किशोर कुणाल को मरणोपरांत पद्म पुरस्कार, और चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए हेमंत कुमार को पद्म पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।

साथ ही, बिहार के मुजफ्फरपुर की सामाजिक कार्यकर्ता निर्मला देवी और भोजपुर-बक्सर के भीम सिंह भवेश को भी पद्म श्री सम्मान मिलने की घोषणा की गई है। भीम सिंह को मुसहर समुदाय के उत्थान के लिए पिछले 22 वर्षों से उनके प्रयासों को मान्यता देते हुए यह पुरस्कार दिया जाएगा।

दिल्ली की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरजा भटला को गर्भाशय ग्रीवा कैंसर की रोकथाम में उनके योगदान के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया है। अन्य notable पुरस्कारों में, नागालैंड के फल किसान एल. हैंगथिंग, दक्षिण भारतीय संगीतकार पी. दत्चनमूर्ति और कुवैत के योग प्रशिक्षक अल सबाह के नाम भी शामिल हैं।

इस साल के पद्म पुरस्कारों में 23 महिलाएं, 10 विदेशी, एनआरआई और पीआईओ श्रेणी के व्यक्तित्व, और 13 मरणोपरांत पुरस्कार विजेता हैं, जो इन पुरस्कारों की विविधता और उनकी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान को दर्शाते हैं।

यह पुरस्कार बिहार के उन व्यक्तित्वों और कार्यकर्ताओं के योगदान को मान्यता देता है, जिन्होंने समाज, कला, शिक्षा, चिकित्सा और अन्य क्षेत्रों में विशेष कार्य किए हैं। पद्म पुरस्कारों की यह घोषणा राज्य और देश के लिए एक महत्वपूर्ण सम्मान है, खासकर उन व्यक्तियों के लिए जिन्होंने समाज के सबसे हाशिए पर पड़े समूहों के लिए अथक प्रयास किए हैं।