Big scam in Pradhan Mantri Awas Yojana, matter raised in Lok Sabha
आरा सांसद सुदामा प्रसाद ने शून्यकाल में उठाई आवाज, दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग
आरा, 10 मार्च 2025: भोजपुर जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। आरा सांसद सुदामा प्रसाद ने इस गंभीर मुद्दे को लोकसभा के शून्यकाल में उठाते हुए केंद्र सरकार से ठोस कार्रवाई की मांग की।
सांसद ने कहा कि यह योजना दलित, महादलित, पिछड़े और अति-पिछड़े वर्ग के गरीब परिवारों को पक्का मकान उपलब्ध कराने के लिए बनी थी, लेकिन भ्रष्टाचार और बिचौलियों के जाल ने इसे लूट-तंत्र में बदल दिया है।
सांसद ने उदाहरण देते हुए बताया कि भोजपुर जिले के उदवंतनगर थाना क्षेत्र के गजराजगंज गांव के निवासी साहेब प्रजापति (पिता स्व. टुनटुन पंडित) को 2022 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान आवंटित हुआ था। आईडी संख्या 147008204 होने के बावजूद, अधिकारियों द्वारा 25,000 रुपये की रिश्वत मांगी गई। जब उन्होंने यह रकम देने से इनकार कर दिया, तो उनका नाम योजना की सूची से हटा दिया गया।
सांसद ने कहा कि अब आवास निर्माण के लिए जॉब कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है, लेकिन इसके लिए भी बिचौलियों द्वारा गरीबों से 500 से 3,000 रुपये तक वसूले जा रहे हैं। इससे गरीब तबके के लोग मजबूरी में फूस की झोपड़ियों और पॉलिथीन की छतों में रहने को मजबूर हैं।
सांसद सुदामा प्रसाद ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों और बिचौलियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए और गरीब परिवारों को तत्काल पक्का मकान उपलब्ध कराने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। उन्होंने मांग की कि जो लोग मिट्टी के घर, फूस की झोपड़ी या पॉलिथीन के नीचे जीवन बसर कर रहे हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर आवास योजना में शामिल किया जाए।
अब देखना होगा कि सरकार इस गंभीर मुद्दे पर क्या कदम उठाती है या फिर गरीबों के सपने यूं ही धूल-धूसरित होते रहेंगे।