Dharna in Patna on 6-7 March demanding regularization of service
मुजफ्फरपुर। बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालयों में कार्यरत अतिथि शिक्षक अपनी सेवा नियमितीकरण की मांग को लेकर बड़ा आंदोलन करने जा रहे हैं। छह और सात मार्च को पटना के गर्दनीबाग में बिहार राज्य विश्वविद्यालय अतिथि सहायक प्राध्यापक संघ के तत्वावधान में धरना आयोजित किया जाएगा।
धरना के लिए विश्वविद्यालयों की सूची तैयार कर ली गई है। 6 मार्च को बीआरएबीयू (मुजफ्फरपुर), टीएमबीयू (भागलपुर), बीएनएमयू (मधेपुरा), जेपीयू (छपरा), पूर्णिया विवि और पाटलिपुत्र विवि के अतिथि शिक्षक धरना देंगे। 7 मार्च को एलएनएमयू (दरभंगा), केएसडीएसयू (दरभंगा), वीकेएसयू (आरा), मुंगेर विवि और पटना विवि के अतिथि शिक्षक आंदोलन में शामिल होंगे।
मुख्य मांगें:
अतिथि शिक्षकों की सेवा को स्थायी किया जाए।
वेतनमान में वृद्धि की जाए और समय पर भुगतान सुनिश्चित किया जाए।
भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया जाए, जिससे योग्य शिक्षकों को अवसर मिले।
विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए नियमित नियुक्तियां की जाएं।
सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया:
अब तक सरकार की ओर से इस मांग पर कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, अतिथि शिक्षक लगातार अपनी आवाज उठा रहे हैं। यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो आगे उग्र आंदोलन की भी संभावना जताई जा रही है।
पिछले आंदोलनों का संदर्भ:
इससे पहले भी अतिथि शिक्षकों ने अपने नियमितीकरण की मांग को लेकर कई बार प्रदर्शन किए हैं, लेकिन सरकार की ओर से ठोस निर्णय नहीं लिया गया। इस बार शिक्षकों का कहना है कि वे निर्णायक लड़ाई के लिए तैयार हैं।
संभावित असर:
यदि यह आंदोलन लंबा चलता है, तो विश्वविद्यालयों में पढ़ाई प्रभावित हो सकती है। छात्र संगठनों और अन्य शिक्षण संस्थानों की क्या भूमिका होगी, यह भी देखने वाली बात होगी।