भोजपुर वोटर अधिकार यात्रा में शामिल होकर मीडिया से बातचीत करते राजद नेता।
आरा/बबुरा, 30 अगस्त। भोजपुर आज वोटर अधिकार यात्रा के रंग में सराबोर दिखा। सुबह से ही बबुरा के आसपास का इलाका जनसैलाब में बदल गया। पूरा आरा–छपरा हाईवे झंडों, बैनरों और स्वागत द्वारों से पट गया। हर तरफ भीड़ और जोश का माहौल था।
बबुरा में उमड़ा जनसैलाब सुबह से ही पंचायतों और गांवों से कार्यकर्ताओं के जत्थे बबुरा की ओर बढ़ने लगे। हाथी, ऊँट, घोड़े और विशाल झंडों के साथ जुलूस निकले। डीजे और लोकनृत्य की धुन पर समर्थक झूमते नजर आए। जगह-जगह बनाए गए स्वागत मंचों पर नेताओं के अभिनंदन की तैयारी रही, लेकिन भीड़ इतनी विशाल थी कि किसी को भी मंचीय स्वागत का अवसर नहीं मिल सका।
रामबाबू सिंह का बयान राजद के वरिष्ठ नेता रामबाबू सिंह ने बड़हरा में समर्थकों के बीच मीडिया से कहा— “लालू जी भोजपुर को बाघवा जिला कहते हैं। यहां 80 बरस में लोग जवान होते हैं। यह भोजपुर का प्रवेश द्वार है। पावर एहीजे से शुरू होला अउर एहीजे से खत्म भी।”
भाजपा नेताओं द्वारा जननायक शब्द पर की गई टिप्पणी पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा— “जब पब्लिक उन्हें जननायक कह रही है तो भाजपा के लोगों को पेट में क्यों दर्द हो रहा है।”
जाम में तब्दील हुआ आरा–बबुरा मार्ग दोपहर तक आरा–बबुरा मार्ग पूरी तरह जाम हो गया। हजारों मोटरसाइकिल और चारपहिया वाहनों के काफिले ने पूरे इलाके को जश्न के माहौल में बदल दिया। तेजस्वी यादव और राहुल गांधी के फोटो वाली टी-शर्ट पहने समर्थकों की भीड़ ने उत्सव जैसा दृश्य बना दिया।
सुरक्षा कारणों से राहुल गांधी और तेजस्वी यादव कहीं नहीं रुक पाए, लेकिन गाड़ियों से हाथ हिलाकर उन्होंने समर्थकों का अभिवादन किया। इस दौरान रामबाबू सिंह ने उन्हें रोकने की कोशिश की, पर सुरक्षा कारणों से संभव नहीं हो पाया। वे काफिले के साथ आरा कार्यक्रम स्थल तक पहुंचे।
उत्सव जैसा माहौल बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग भी जुलूस में शामिल हुए। कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह टेंट लगाकर खाने-पीने की व्यवस्था की। बाहर से आए मेहमानों का पारंपरिक भोजपुरिया आतिथ्य और संस्कृति से स्वागत किया गया।
ऐतिहासिक दिन आज का दिन भोजपुर के राजनीतिक इतिहास में यादगार बन गया। जिस उत्साह के साथ वोटर अधिकार यात्रा को समर्थन मिला, उसने आने वाले चुनावी दौर के लिए जमीन को और मजबूत कर दिया है।