better work is possible in the interest of the common man: Tejashwi Yadav
पटना, 02 मार्च 2025: बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के राज्य कार्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद यात्रा के दौरान आठ हजार पंचायत प्रतिनिधियों और विभिन्न जिलों की महिलाओं से सीधा संवाद किया।
उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान प्राप्त फीडबैक और अनुभव से स्पष्ट हुआ कि महिलाएं, मजदूर और गरीब वर्ग महंगाई से सबसे अधिक प्रभावित हैं। इसे ध्यान में रखते हुए माई-बहिन योजना के तहत महिलाओं को प्रतिमाह ₹2500 की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है। साथ ही वृद्धावस्था, दिव्यांगता और विधवा पेंशन को ₹400 से बढ़ाकर ₹1500 करने, गैस सिलेंडर ₹500 में उपलब्ध कराने और स्मार्ट मीटर की समस्याओं को दूर करते हुए 200 यूनिट बिजली मुफ्त देने की मांग रखी गई है। उन्होंने कहा कि बिहार में देश की सबसे महंगी बिजली दी जा रही है, जिससे लोग त्रस्त हैं।
तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार से आगामी बजट में माई-बहिन योजना को शामिल करते हुए महिलाओं के खाते में ₹2500 प्रति माह देने की घोषणा करने की मांग की। उन्होंने कहा कि बिहार में महिलाएं महंगाई की सबसे अधिक मार झेल रही हैं और परिवार चलाना उनके लिए कठिन हो गया है। स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण कई महिलाएं खून की कमी जैसी समस्याओं से जूझ रही हैं, ऐसे में उन्हें आर्थिक न्याय मिलना जरूरी है।
नेता प्रतिपक्ष ने सरकार से मांग की कि पिछले 20 वर्षों से ₹400 की पेंशन राशि को बढ़ाकर ₹1500 किया जाए, क्योंकि पड़ोसी राज्य झारखंड में पहले से ही ₹1000 की पेंशन दी जा रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में जातीय गणना के बाद 94 लाख लोग गरीबी रेखा से नीचे पाए गए, लेकिन राज्य सरकार अब तक उन्हें आर्थिक सहायता देने में विफल रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि महागठबंधन सरकार द्वारा लागू किए गए 65% आरक्षण को केंद्र सरकार और भाजपा ने कानूनी उलझनों में फंसा दिया, जिससे 16% लोगों का आरक्षण बाधित हुआ। उन्होंने भाजपा पर ‘आरक्षण चोर’ होने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि केंद्र सरकार इसे नवम अनुसूची में शामिल कर लेती, तो यह समस्या नहीं आती। उन्होंने केंद्र से इसी सत्र में आरक्षण सीमा को 75% तक बढ़ाने और इसे नवम अनुसूची में शामिल करने की मांग की।
तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी सरकार बनने पर महिलाओं को ₹2500 प्रति माह, वृद्ध, दिव्यांग और विधवा पेंशन को ₹1500, गैस सिलेंडर ₹500 में, 200 यूनिट बिजली मुफ्त और स्मार्ट मीटर की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि महागठबंधन सरकार के दौरान छोड़ी गई साढ़े तीन लाख सरकारी रिक्तियों को भरने के प्रति वर्तमान डबल इंजन सरकार गंभीर नहीं है।
नीति आयोग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा, चिकित्सा और कृषि के मामलों में बिहार पिछड़ा हुआ है, और सरकार इन क्षेत्रों में कोई प्रभावी कार्य नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में भ्रष्टाचार, अपराध, बेरोजगारी और पलायन चरम पर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी जी कहते हैं कि वे 365 में से 300 दिन मखाना खाते हैं, तो उन्हें सत्तू खाने की आदत भी डाल लेनी चाहिए और इसे घोलने का तरीका लालू जी से सीख लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार में इच्छा शक्ति हो, तो बेहतर योजना बनाकर आमजन के हित में कार्य किया जा सकता है। युवाओं, महिलाओं, किसानों, छात्रों और दिव्यांगों से उनका संवाद निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार केवल सर्वेक्षणों पर निर्भर है, लेकिन वे खुद जमीनी स्तर पर जनता की समस्याओं को समझने और उनके समाधान के लिए काम कर रहे हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्होंने कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद यात्रा के दौरान 6000 किलोमीटर से अधिक की यात्रा कर, आठ हजार पंचायत प्रतिनिधियों एवं सभी वर्गों के नेताओं-कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद किया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री उदय नारायण चौधरी, प्रदेश प्रधान महासचिव श्री रणविजय साहू, प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, चितरंजन गगन, ऋषि मिश्रा, सारिका पासवान, प्रमोद सिन्हा, मुख्यालय प्रभारी श्रीमती मुकुंद सिंह, युवा राजद प्रदेश अध्यक्ष श्री राजेश यादव, राजद महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष रितु जायसवाल सहित अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।
(एजाज अहमद, प्रदेश प्रवक्ता, राष्ट्रीय जनता दल, बिहार)