आरा: बिहार के आरा से सांसद सुदामा प्रसाद ने जिला प्रशासन पर प्रोटोकॉल उल्लंघन का गंभीर आरोप लगाते हुए लोकसभा के सेक्रेटरी जनरल को पत्र लिखा है। उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री आर. के. सिंह को योजनाओं के उद्घाटन में बुलाया जा रहा है, जबकि निर्वाचित सांसद के रूप में उनकी उपेक्षा की जा रही है।
प्रशासन पर गंभीर आरोप
अपने पत्र में सांसद सुदामा प्रसाद ने कहा कि उन्होंने 6 फरवरी 2025 को भी इस विषय पर पत्र लिखा था, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने दावा किया कि जिला मजिस्ट्रेट तनय सुल्तानिया (आईएएस) के नेतृत्व में प्रशासन पूर्व सांसद को प्राथमिकता दे रहा है, जबकि लोकतांत्रिक परंपराओं के अनुसार यह अधिकार वर्तमान निर्वाचित सांसद को मिलना चाहिए।
पूर्व सांसद को क्यों दी जा रही प्राथमिकता?
सांसद सुदामा प्रसाद ने सवाल उठाया कि किस कानून या प्रावधान के तहत प्रशासनिक रूप से आयोजित कार्यक्रमों में एक पूर्व सांसद को प्राथमिकता दी जा रही है, जबकि जनता द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधि को नजरअंदाज किया जा रहा है।
लोकतंत्र के मूल्यों का उल्लंघन
सांसद ने इसे न केवल लोकतांत्रिक भावना के खिलाफ बताया, बल्कि इसे जनता के जनादेश का अपमान भी करार दिया। उन्होंने इस मामले को लेकर लोकसभा सेक्रेटरी जनरल से तत्काल हस्तक्षेप और उचित कार्रवाई की मांग की है।
संबंधित दस्तावेज भी सौंपे
सांसद ने अपने पत्र के साथ समाचार रिपोर्ट और अन्य संबंधित दस्तावेज भी संलग्न किए, ताकि इस मामले की गंभीरता को समझते हुए जल्द से जल्द कार्रवाई की जा सके।
अब देखना यह होगा कि लोकसभा प्रशासन इस मामले पर क्या रुख अपनाता है और क्या आरा सांसद की शिकायत पर कोई ठोस कदम उठाया जाता है या नहीं।