आरा/जगदीशपुर। मुख्यमंत्री के भोजपुर दौरे के दौरान शनिवार को आइसा (AISA) और आरवाईए (RYA) के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए उन्हें काला झंडा दिखाया। यह घटना जगदीशपुर के सिअरुआ मिड के पास हुई, जहां प्रदर्शनकारी 13 सूत्री मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन देना चाहते थे, लेकिन उन्हें मिलने का समय नहीं दिया गया।
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प
प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की, जिसमें दर्जनभर से अधिक छात्र-नौजवानों की गिरफ्तारी हुई। झड़प के दौरान पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज में कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
शाहिल अरोड़ा नामक एक प्रदर्शनकारी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें आरा सदर अस्पताल रेफर किया गया है।
क्या हैं प्रदर्शनकारियों की मांगें?
आइसा और आरवाईए कार्यकर्ताओं की 13 सूत्री मांगों में मुख्य रूप से शामिल हैं:
- बेरोजगार युवाओं के लिए सरकारी नौकरी के अवसर बढ़ाए जाएं।
- शिक्षा व्यवस्था में सुधार किया जाए और विश्वविद्यालयों में सीटें बढ़ाई जाएं।
- महंगाई और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
- छात्र संघ चुनाव जल्द कराए जाएं।
- पुलिस दमन बंद किया जाए और लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शन का सम्मान किया जाए।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के बाद प्रशासन ने बताया कि विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं थी और काला झंडा दिखाने की कोशिश को सुरक्षा कारणों से रोका गया। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं और घायलों को उचित चिकित्सा सुविधा दी जा रही है।
आइसा-आरवाईए का बयान
प्रदर्शनकारी संगठनों ने पुलिस की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि यह लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है। उन्होंने मांग की कि गिरफ्तार किए गए छात्रों को जल्द से जल्द रिहा किया जाए और घायलों को न्याय मिले।