अबरपुल धरना को संबोधित करते हुए वक्ताओ द्वारा कहा जा रहा है कि नागरिकता संशोधन कानून के जरिए नरेंद्र मोदी सरकार ने समानता यानी बराबरी के अधिकार को हम से छिन लिया। जो स्वतंत्रता, भाई चारा, न्याय पाने के अधिकार को प्रभावित कर रहा है। वक्ताओ ने कहा कि यही वजह है कि हम भारत के लोग संविधान बचाने, देश बचाने, नागरिकता बचाने के लिए संघर्षरत है।
सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओ ने कहा कि नीतीश कुमार आज बिहार मे भ्रम पैदा कर रहे है इन्होंने ने संसद CAA का समर्थन किया। वे NRC लागू करने के सवाल पर कुछ कहते है और NPR बिहार मे लागू करने का नोटिफिकेशन जारी करते है। व छात्र नौजवान रोजगार के लिए लड रहे है अर्थ ब्यवस्था भीषण आर्थिक मंदी की चपेट मे है सरकार सीएए, एनसीआर, एनआरसी लाकर देश की जनता को झकझोर दिया है|
आरा अबरपुल का यह आन्दोलन संत रविदास भगवान् की जयंती पर उन्हे याद करते हुए देश की एकता अखंडता के साथ साथ संविधान की रक्षा व हिन्दू-मुस्लिम एकता के संकल्पबद्ध होता है|
इस धरना मे सामिल प्रमुख लोगो मे मजहर हुसैन, क्यामुद्दीन अंसारी -इंसाफ मंच के राज्य सचिव, सत्यदेव कुमार, सलमा बेगम, अजीत कुशवाहा, इनौस राज्य अध्यक्ष, ऐनामुल हक,मुजफ्फरपुर हुसैन, युसुफ अली, राबिया खातुन, नूर जहां, मीना देवी, सुधा देवी, सबीर कुमार, फैज अहमद, सहित कई अन्य लोगो को देखा गया |