मन मनुष्य का वह द्वार है जिसमें प्रवेश करने के बाद हमारी सम्पूर्ण जीवन की मनो वृति ही परिवर्तित हो जाती है । कहा गया है, “मन हमारा मित्र भी है और शत्रु भी”।
Daily Archives: August 14, 2024
5 posts
मुहब्बत दिलों पर राज करती है ।
बेगैरत बेवफाई हर घर को उजाड़ देती है ।।
जेल यात्रा में स्ववेंद की विषय सूची तैयार किए थे — स्वामी सदाफलदेव जी महाराज
अपने स्वार्थों की प्रति जागरूक होना कोई कठिन काम नहीं है। सेवा , दया करुणा जैसे गुणों को कर्तव्य मार्ग पर जाने के लिए अभ्यास के साथ संस्कार भी महत्व रखते हैं। जीव सेवा परम है ।
काव्य की सरसता मन को कोमल भाव प्रदान करती है । “कलम एक ऐसा उपकरण है जो लिखी गई बात को सत्य प्रमाणित करती है” ।