प्रकाश का उद्देश्य अनंत को प्रकाशित करना ।मृत को प्राणवान करना । इस कविता का भाव यह है कि ओ प्रकाश यद्यपि तु प्रकाशवान है और तेरा प्रण अज्ञान रूपी अंधेरे को नष्ट करना है,फिर भी मेरे लिए तु धीरे धीरे चल ताकि मैं भी तुम्हारे साथ चल सकूं ।
Daily Archives: August 11, 2024
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संत न होते जगत में, को जानत भगवान ।
कीट श्वान बीतता,मनुज जीवन महान ।।
मौसम विभाग की पूर्व जानकारी के अनुसार हिमाचल के कई स्थानों पर भारी बारिश के संकेत।