बात की महिमा अनंत अपार है । बात ही कारण और बात ही निराकरण है ऐसी परिभाषा है बात की । बात करने से ही सब संशय और भ्रम नष्ट हो जाते हैं। अधिकतर लोग अपने आप को छिपाने के लिए बात करने से पीछे रहते हैं। बात एक प्रकार की अभिव्यक्ति है। जो आपको बेबाक बना सकती है।
Daily Archives: August 4, 2024
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सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, बार काउंसिल में SC/ST वकीलों का नामांकन सिर्फ 125 रुपये में
दान एक महतीर्थ है । जो सरल और सुगम है , बस इसमें लालच और कंजूसी से नहीं अपितु मुक्त हृदय से होना चाहिए।
औषधीय पौधों का वितरण किया गया साथ ही साथ उन पौधों के गुण एवं धर्म पर भी विस्तार से प्रकाश डाला गया।
मित्रता एक घनी छांव की तरह है जो छाई रहे तो आनंद देती है, छट जाए तो जीवन को विरह और पीड़ा से भर देती है। स्वयं को मित्र बनाइए।
कविता का भावार्थ यह है कि हम जिस भी परिस्थिति में हों स्वयं से प्रति साहस से पूर्ण उम्मीद को कभी नहीं छोड़ना चाहिए। स्वयं से यदि उम्मीद कभी न टूटे तो मनुष्य हर असफलता को पार कर जाता है।