पटना/बिहार। पटना नगर निगम क्षेत्र में चलने वाले हर नागरिक पटना की सड़कों पर गाड़ियों से चलने पर सबसे पहले हेल्मेट और सीट बेल्ट याद करते है। सबको यह डर होता है कि अगर यातायात के नियमों को नहीं माना तो चलान कट जाएगा। यह बदलाव पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड इंटीग्रेटेड कमांड एंड कण्ट्रोल सेंटर के कैमरे के कारण आया है। यही नहीं इस प्रोजेक्ट ने अपने निर्माण का एक तिहाई राशि की आमदनी भी कर ली है। पटना स्मार्ट सिटी के कैमरे से अब तक 79 करोड़ रुपये का चलान कट चुका है। बता दें कि यह पूरी परियोजना 225 करोड़ रूपये की लागत से तैयार की गई है।
ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन कैमरे से कटता है चलान।
पटना स्मार्ट सिटी द्वारा शहर के सभी चौक चौराहों पर ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन कैमरे लगे हुए है। जो कि न सिर्फ 24×7 सक्रिय है बल्कि यातायात का उल्लघंन करने वाले वाहनों को स्वयं ही चिन्हित करती है। गौरतलब है कि कुल 19 यातायात नियमों का पालन करना अनिवार्य है जिसमें शामिल है बिना हेलमेट के गाड़ी चलाना, बिना सीट बेल्ट के गाड़ी चलाना,रेड लाइट का उल्लंघन , गति सीमा उल्लंघन, गाड़ी चलते समय मोबाइल का उपयोग , रॉंग वे में गाड़ी चलाना एवं अन्य। उल्लेखनीय है कि सभी चालान ICCC के कैमरे द्वारा ऑटोमैटिक काटे जाते हैं जो चौबीसों घंटे(24*7) सक्रिय हैं।
एक साल में कटे चलान का विवरण ( मार्च 2023 से नवंबर 2024)
कुल चलान – 7,66,887
कुल राशि – 79,59,97,000
3357 कैमरों से हो रही है शहर की मॉनिटरिंग
इंटीग्रेटेड कमांड एंड कण्ट्रोल सेंटर के तहत शहर के विभिन्न जगहों पर 3357 कैमरे लगाए गए है। जहां जिनमें स्पीड वायलेशन डिटेक्शन , रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन , ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन कैमरे, व्हीकल डिटेक्शन कैमरे एवं सीसीटीवी सर्विलांस कैमरे शामिल है। बता दें कि स्मार्ट सिटी आईसीसीसी बिल्डिंग में इनके कैमरों की निगरानी के लिए टीम तैनात है।