सनोवर खान / राजा कुमार पुट्टू
पटना सिटी। स्वर सम्राट ,हरदिल अज़ीज़ ,युवा दिलों के धड़कन
मो .रफ़ी साहेब की पुण्यतिथि पर
आज स्वराँजलि द्वारा अयोजित व
जेम्स बैंड द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम
क़ा उदघाटन करते हुए शिक्षाविद ,
संगीत मर्मज्ञ डा .ध्रुव कुमार नें कहा
मो . रफ़ी साहेब विश्व के धरोहर हैं।
उनकी गायकी क़ा आज भी कोई
सानी नहीं है।
युवा पीढ़ी अपनी सांगीतिक विरासत
को सहेजे। संगीत के सभी पहलुओं
पर अपनी आवाज़ क़ा लोहा दर्शकों
के दिल में मनवाया है रफ़ी साहेब नें .
” मन तड़पत हरि दर्शन को आज …..
आज भी सुनता हुँ तो बेचैन दिल को
अंतहीन सकून मिलता है ।
रफ़ी के गाने रोजगार परक हैं। लाखों
गायकों के जीवन यापन के आधारस्तंभ हैं। मैं उन्हें और दिवंगत
युवा वादक कलाकार अप्पू गुप्ता के
प्रति श्रधांजलि अर्पित करता हुँ ।
*प्रारंभ में रफ़ी साहेब के तैल चित्र पर
पुष्प और मालाएं अर्पित की गईं ।
तत्पश्चात रफ़ी की याद में गानों क़ा दौर शुरू हुआ ।
1.टी . सीरीज के प्रख्यात गायक
डा .वसंत पंचानन जी नें ….
जब जब बहार आए …तुम मुझे याद आए ……।
* क्या हुआ तेरा वादा ,वो कसम …।
2.मो . ताज नें
बर्बाद मुहब्बत की दुआ ……..।
* तेरी ज़बानी तपता महीना ……..।
3. आलोक चौबे नें
पत्थर के सनम तुझे हमने …….।
* दिन ढ़ल जाए ,तेरी याद सताए .।
4.संजीव प्रियदर्शी नें
तुम मुझे यूं भुला न पाओगे ….।
* खिलौना जानकर तुम तो मेरा ….।
5.पप्पू गुप्ता जी नें
दिल क़ा सुना साज तराना ढूंढेंगा..।
*नफ़रत की दुनियाँ को छोड़कर ……।
6. अनिल रश्मि नें
बड़ी दूर से आए हैं………।
* आने से उसके आए बहार
7. सतराज नें
वो जब याद आए बहुत याद आए .
* भला करनेवाले भलाई किए जा ….
8. जिम्मी गुप्ता नें
एक हंसी शाम को ………।
9. आलोक चोपड़ा नें
तेरी आंखों के सिवा ……..।
सभी कलाकारों नें गाकर रफ़ी की याद
ताजा कर दी .
*** संगीत संयोजन :
पप्पू गुप्ता , जिम्मी गुप्ता
संगत : जेम्स बैंड .
संगत कलाकार :
ऑर्गन : जिम्मी गुप्ता
पैड : पप्पू गुप्ता
नाल .. : सतराज पनवार
आदित्य राज
ड्रम : काली पनवार .
मंच संचालन : अनिल रश्मि
धन्यवाद : जितेंद्र कुमार पाल
सुधि कलाप्रेमीयो में :
डा . करुणानिधि ,दूधेश्वर प्रसाद गुप्ता , राजा पुट्टु ,नितिन कुमार
वर्मा , नेक आलम ,बब्लू मौजूद
थे .