“सभ्यता”और “शिष्टाचार”व्यक्तित्व के मुकुटमणि |

“सभ्यता” और “शिष्टाचार”
व्यक्तित्व के मुकुटमणि |

“सभ्यता” और “शिष्टाचार” का पारस्परिक संबंध काफी घनिष्ट है। इतना कि एक के बिना दूसरे को प्राप्त कर सकने का ख्याल निरर्थक है। जो “सभ्य” होगा, वह अवश्य ही “शिष्ट” होगा और “शिष्टाचार” का पालन करता है, उसे सब कोई “सभ्य” बतलाएंगे। ऐसा व्यक्ति सदैव ऐसी बातों से बचकर रहता है, जिससे किसी को कष्ट पहुँचे या किसी प्रकार के अपमान का बोध हो। व्यक्ति अपने विचारों को नम्रतापूर्वक प्रकट करते हैं और दूसरों के कथन को भी आदर के साथ सुनते हैं। ऐसा व्यक्ति आत्मप्रशंसा के दुर्गुण से दूर रहता है। वह अच्छी तरह जानता है कि अपने मुंह अपनी तारीफ करना ओछे व्यक्तियों का लक्षण है। सभ्य व्यक्ति को तो अपना व्यवहार और बोलचाल ही ऐसा रखना चाहिए कि उसके संपर्क में आने वाले स्वयं उसकी प्रशंसा करें। प्रशंसा सुनने की लालसा व्यक्तित्व निर्माण में घातक है। “शिष्टाचार” में ऐसी शक्ति है कि मनुष्य किसी को बिना कुछ दिए-लिए अपनों और परायों का श्रद्धाभाजन और आदर का पात्र बन जाता है, पर जिसमें शिष्टाचार का अभाव है, जो चाहे जिसके साथ अशिष्टता का व्यवहार कर बैठते हैं, ऐसे लोगों के घर के आदमी भी उनके अनुकूल नहीं होते ।

हमारे आचरण और रहन-सहन में और भी ऐसी अनेक छोटी-बड़ी खराब आदतें शामिल हो गई हैं, जो अभ्यासवश हमको बुरी नहीं जान पड़ती, पर एक बाहरी आदमी को वे असभ्यता ही जान पड़ेंगी। उदाहरण के लिए किसी से कोई चीज उधार लेकर लौटाने का पूरा ध्यान न रखना, माँगी चीजों को लापरवाही से रखना और खराब करके वापस करना, बाजार से उधार वस्तु खरीदकर दाम चुकाने का है ध्यान न रखना, किसी व्यक्ति को वायदा करके घर बुलाना और स्वयं बाहर चले जाना, पत्रों का समय पर जवाब न देना, अपने कार्यालय में हमेशा देर करके जाना। इस प्रकार की सैकड़ों बातें हैं, जिनमें मनुष्य की प्रतिष्ठा में अंतर पड़ता है और वह दूसरों की आँखों में हलके दरजे का प्रतीत होने लगता है।

Recent Posts

विश्व ध्यान दिवस पर विहंगम योग का अद्भुत सत्संग समागम आयोजित

आरा में विहंगम योग के माध्यम से आत्मा के ज्ञान और ध्यान साधना पर जोर | Read More

11 hours ago

आरा में भोजपुर व्यवसायी संघ का धरना, नगर निगम ने किराया वृद्धि वापस लिया

धरना व्यवसायियों के हितों की रक्षा और उनके अधिकारों की आवाज बुलंद करने की दिशा में एक अहम कदम साबित… Read More

11 hours ago

सहारा निवेशकों की आवाज बुलंद करने सड़क पर उतरे आंदोलनकारी

सहारा भुगतान सम्मेलन की तैयारी में जुटे नेता, पटना में 5 जनवरी को होगा बड़ा आयोजन Read More

12 hours ago

25 करोड़ लोग बोलते हैं भोजपुरी: सांसद सुदामा प्रसाद

भोजपुरी को राजभाषा दर्जा देने की अपील Read More

3 days ago

डीएपी और खाद की कमी पर किसान महासभा का आक्रोश, सिंचाई समस्याओं के समाधान के लिए आंदोलन की घोषणा

17 जनवरी को जिला मुख्यालयों पर धरना, 15 मार्च से राज्यव्यापी सदस्यता अभियान शुरू होगा Read More

3 days ago