आरा/भोजपुर| कलक्ट्री तालाब स्थित लोकनायक जयप्रकाश स्मारक स्थल पर जयप्रकाश नारायण की 122 वीं जयंती के अवसर पर पुष्पांजलि व श्रद्धांजलि समारोह आयोजन किया गया| 1974 आन्दोलन के जे पी सेनानी और शहर के गणमान्य नागरिकों ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर लोकनायक की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और पुष्पांजलि अर्पित की. तत्पश्चात पूर्व विधायक जे पी सेनानी श्री रमाकांत ठाकुर की अध्यक्षता में विचार गोष्ठी आयोजित किया गया|
गोष्ठी को संबोधित करते हुए संस्थान के महासचिव सुशील कुमार ने जेपी की वैचारिक यात्रा और सम्पूर्ण क्रांति के उनके आह्वान पर विस्तार से प्रकाश डाला, कहा कि जेपी द्वारा अमेरिका में अध्ययन के दौरान जेपी लिखित थीसिस से लेकर सम्पूर्ण क्रांति के आह्वान तक की वैचारिक दिशा में एकरूपता दिखती है| सुशील कुमार ने जेपी के मार्क्सवादी, समाजवादी, भूदान आन्दोलनकारी और सम्पूर्ण क्रांतिवादी वैचारिकता में तारतम्यता का उल्लेख करते हुए बताया कि उनकी मूल विचारधारा इस वक्तव्य से स्पष्ट होती है, ” रोटी के लिये मैं आजादी से समझौता नहीं कर सकता”. जेपी महात्मा गॉंधी की विरासत के सच्चे वाहक थे| महात्मा गाँधी के चम्पारण सत्याग्रह और जेपी की सम्पूर्ण क्रांति भारतीय मानस के लिये प्रकाश स्तंभ है| और अंत मे धन्यवाद ज्ञापन अशोक मानव ने किया|
लोकनायक जयप्रकाश अमर रहें, सम्पूर्ण क्रांति अब नारा है, भावी इतिहास हमारा है, सच कहना अगर बगावत है तो समझो हम भी बागी हैं आदि नारों से स्मारक परिसर गुंजायमान हुआ।
जयंती समारोह में प्रमुख रूप से सर्वश्री रमाकांत ठाकुर, रवीन्द्रनाथ त्रिपाठी, सुशील तिवारी, नाथूराम, उदय प्रकाश सिंह, अरुण कुमार यादव, सरफराज अहमद, डा. राजेन्द्र, अश्विनी कुमार सिन्हा, जन्मेजय ओझा, बालमीकि शर्मा, ब्रजेश सिंह, गंगा प्रसाद सिंह, अर्थ दीप, प्रह्लाद सिंह, अमरेन्द्र कुमार, जीतेन्द्र कुमार, अरविंद राय, अलोक दीपक, रामनाथ ठाकुर, अखिलेश राय, सलील भारतीय, साहेब लाल, अदिति, मिस्टी, आद्या, कृष्ण बिहारी, अशोक मानव आदि गणमान्य लोगों ने भाग लिया`|
गोष्ठी के अंत में निर्णय लिया गया कि संध्या 6 बजे जे पी स्मारक पर दीप प्रज्ज्वलन का कार्यक्रम होगा. साथ ही निर्णय लिया गया कि प्रत्येक माह के अंतिम रविवार को स्मारक स्थल पर प्रातः 7 बजे गोष्ठी आयोजित की जायेगी, जिसमें युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी. इस गोष्ठी का संयोजन श्री रामनाथ ठाकुर करेंगे| दूसरे सत्र में लोक नायक जयप्रकाश नारायण की 125 वी जयंती पर शाम 6 बजे 125 दिया जलाकर उपस्थित जयप्रकाश नारायण के अनुवाईयों ने गगन भेदी नारे लगा कर अपने नायक के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया|