इस अवसर पर एम एल सी धाचरण साह ने कहा की आरा धर्मनगरी है यहाँ जैनियों के करीब 48 जैन मंदिर, कई जैन विद्यालय, धर्मशालायें, हॉस्पिटल एवं औषधालय इत्यादि है इस धर्मनगरी को जैन सर्किट से जोड़ा जा चुका है। इसका संरक्षण बेहद जरूरी है, पर्यटन विभाग के डायरेक्टर श्री उदय कुमार सिंह जी कहा कि आरा को पर्यटन स्थल विकसित करना है इसके लिए विभाग कई मंदिरों का विकास का कार्य चल रहा है इसे आगे भी बढ़ाया जायेगा। पर्यटन मंत्री श्री कृष्णदेव कुमार ऋषि जी ने कहा कि बिहार सरकार बिहार के विकास के लिए कई धर्मिक स्थलों को पर्यटन के उद्देश्य से जोड़ा जा चुका है जिसमें आरा का भी नाम है।
आरा में जैन सर्किट से जुड़ने की वजह से आरा का भगवान महावीर स्वामी जल मन्दिर, धरहरा स्थित बाहुबली जैन मंदिर, मसाढ़ गाँव स्थित पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर इत्यादि को पर्यटन स्थल के रुप में विकसित किया जाना है इसके लिए फण्ड की व्यवस्था सरकार द्वारा जल्द ही उपलब्ध करा दी जायेगी। मंत्री महोदय एवं अतिथियों द्वारा मन्दिर परिसर के जीणोद्धार कार्य का अवलोकन के पश्चात मसाढ़ गाँव स्थित श्री पार्श्वनाथ मंदिर का दर्शन किये। इस अवलोकन के कार्यक्रम में मंच संचालन डॉ आदित्य विजय जैन जी ने किया। इस अवसर पर मंत्री सुबीर चन्द्र जैन, परेश चन्द्र जैन, अजय कुमार जैन, सरत कुमार जैन, डॉ शशांक जैन, मीडिया प्रभारी निलेश कुमार जैन, बिभु जैन, संगम जैन, कमल कुमार जैन, विजय कुमार जैन, शैलेश कुमार जैन, सुनील चन्द्र जैन, हर्षित विजय जैन, ओंकार अग्रवाल, वैभव जैन, के साथ समाज के युवा महिलाओं के साथ करीब सेकड़ो की संख्या में जैन धर्मावलंबियों उपस्थित थे।