तेरे हस ते हुए चेहरे को देखकर खुश हो जाता हूं,
बस यही देखकर खुद से बातें करने लगता हूं ।
मायूस ना होना कभी मुझसे वादा कर
खिल कर बरसना हर जगह ये मुझसे वादा कर ।
होता हूं उदास जब तू नहीं होता पास ,
कम अच्छे लगते हैं मुझे ये दुनिया के रस्मों रिवाज़ ।
तू मिला तो ज़िंदगी संवरने लगी ,
हर जगह तेरी तस्वीर नज़र आने लगी ।
करने लगा मैं सजदे हर रोज़ खुदा के दर पर,
तू हो जाए मुक्कमल तेरी हर ख्वाहिश के सफर पर।
तेरी एक एक ख्वाहिश के लिए दो जहां वार दूं ,
बन सकूं इस काबिल के तेरे काबिल बन सकूं ।
तेरी दोस्ती में मेरे खुदा का नूर है ,
नूरों का नूर खुदा का कोहिनूर है ।
हम तेरे काबिल नहीं ये तो जानते हैं
तेरे खुशनुमा दर्द का राज़ भी जानते हैं ।
रचनाकार : अभिलाषा शर्मा 💕