Home“वैष्णव जन तो तेने कहिए’ जो पीड़ पराई जाने रे….” महात्मा गांधी ने हमे अहिंसा के राह पर चलने का संदेश दिया है पर आजकी तारीख में सारी दुनियां में हथियारों के आविष्कार की होड़ लगी है। श्याम कुमार
“वैष्णव जन तो तेने कहिए’ जो पीड़ पराई जाने रे….” महात्मा गांधी ने हमे अहिंसा के राह पर चलने का संदेश दिया है पर आजकी तारीख में सारी दुनियां में हथियारों के आविष्कार की होड़ लगी है। श्याम कुमार
आरा/भोजपुर। नेशनल साइंटिफिक रिसर्च ऐंड सोशल अनालीसिस ट्रस्ट आरा द्वारा कोविड 19 के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पुण्य तिथि पर गोश्ठी बुलाकर तैल चित्र पर माल्यार्पण किया गया।
(भोजपुरी शैली में निर्मित कशीदा के माध्यम से हस्तशिल्पी विभुति कुमारी द्वारा निर्मित महात्मा गांधी की तस्वीर ।)
कई सदस्यों ने समूह गान में आश्रम भजनावली गा कर सबको मंत्र मुग्ध कर दिया। आश्रम भजनावली में वर्णित भजन “वैष्णव जन तो तेने कहिए’ जो पीड़ पराई जाने रे….” को विभुति नेहा, एनीबेसेंट व अनामिका ने प्रस्तुत किया ।
वहीं अमन कुमार ने तबले पर संगत किया ।
ट्रस्ट अध्यक्ष श्याम कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि दुनियां के किसी भी कोने में अगर हत्याएं होती हैं तो काफी दुख की बात है महात्मा गांधी ने हमे अहिंसा के राह पर चलने का संदेश दिया है जिससे पूरे विश्व मे शांति का साम्राज्य स्थापित हो सके।
उनका सपना था वसुधैव कुटुम्बकम औऱ आजकी तारीख में सारी दुनियां में हथियारों के आविष्कार की होड़ लगी है ।
आज सम्पूर्ण विश्व मे अहिंशा की सबसे ज्यादा आवश्यकता है। महात्मागांधी के इस संदेश का प्रचार प्रसार अत्यधिक आवश्यक है। साथ ही ट्रस्ट अध्यक्ष ने सबको धन्यवाद दिया।