ब्रह्मविद्या विहंगम योग

विहंगम योग का ज्ञान दुर्लभ है| सद्गुरु देव

आरा/भोजपुर| महर्षि सद्गुरु सदाफल देव विहंगम योग संस्थान भोजपुर जिला कार्यालय सह सत्संग भवन महाराजा हाता गली न0–2 में सप्ताहिक सत्संग संगोष्ठी आयोजित किया गया, जिसमें मंच संचालन आरा अनुमंडल संयोजक श्रीकृष्ण प्रसाद ने किया। पटना पश्चिमी प्रमंडल मंत्री श्री उमेश कुमार जी ने भावोद्गार प्रकट करते हुए कहा — लोभ- तृष्णा, अहंकार के खाई से सभी गुरू शिष्यो को निकलकर दान करना चाहिए। मन की चाल कुचाल है,जीव ही उबटन चलाए । इससे निवृत्ति का उपाय केवल सद्गुरु ही बतला सकते हैं। बिहार राज्य समन्वयक सह दक्षिण पूर्व बिहार महामंत्री श्री भूपेंद्र राय जी ने कहा — मनुष्यो के मन अत्यधिक विचार उत्पन्न होती है जिसको नियंत्रित करने के लिए सद्गुरु की आवश्यकता है। दुर्लभ सद्गुरु पंथ है, भाग्यवान नर पाया । देव सदाफल हरी कृपा,तब अमरापुर जाय ।|

सद्गुरु देव कहते हैं विहंगम योग का ज्ञान दुर्लभ है लेकिन वे अपने शिष्यों के लिए सुलभ कर इसका नाम सहजयोग रखें है।
आज के कार्यक्रम में भोजपुर जिला सचिव श्री विजय पाण्डेय, परामर्शक श्री दीपनारायण प्रसाद, मीडिया प्रभारी सुरेश कुमार, उपेन्द्र सिंह,डा० प्रमोद कुमार रंजन,अभय सिंह,जैयधीर जी, रीता देवी, पुनम सिंह, पिंकी प्रसाद, मीरा उपाध्याय,जैयमालती राय सुशीला देवी के अलावे दर्जनों गुरू भाई बहनों की उपस्थिति रही।