आइसा कार्यकर्ताओं द्वारा विवि के खिलाफ जमकर आक्रोशपूर्ण नारेबाजी किया गया। इसके बाद एक सभा हुई जिसे आइसा जिला सह सचिव रंजन ने संचालित करते हुए कहा कि वीर कुंवर सिंह विवि के इतिहास में लेटलतीफी वर्तमान दौर की पहचान बन गयी है। आरा के इस एकमात्र विवि से पूरे शाहाबाद के लाखों छात्रों का भविष्य तय होता है। लेकिन विवि के लगातार संवेदनहीन रवैये ने लगातार छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। सालों से इसके कोई भी सत्र नियमित नहीं है जिसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ता है। वही आइसा जिलाध्यक्ष पप्पू कुमार द्वारा कहा गया कि
विवि में यह नियम बन गया है कि आप कुछ भी बिना आंदोलन के प्राप्त नहीं कर सकते है। छात्र संगठन के लगातार आंदोलन के फलस्वरूप विवि ने बीएड सत्र 2017-19 के प्रथम वर्ष की परीक्षा आयोजित कराई थी। लेकिन एक पेपर का परीक्षा रदद् कर दिया गया। अब हालत ये है कि उस एक पेपर का परीक्षा अभी तक नहीं कराया गया है। जिसकी वजह से परीक्षाफल निकलने में देरी हो रही है। विवि में बीएड करने वाले कई छात्र सेशन लेट होने की वजह से टीईटी और एसटीईटी की परीक्षा से लगातार वंचित होते जा रहे है। इसका जवाबदेह पूरी तरह से विवि प्रशासन है। आइसा नेताओं की विवि पदाधिकारियों से एक वार्ता हुई जिसमे छात्र कल्याण अध्यक्ष, कुलानुशासक और परीक्षा नियंत्रक शामिल थे। पदाधिकारियों ने आइसा नेताओं को आश्वाशन दिया कि आने वाली 17 तारीख को पेपर C1 के परीक्षा की तिथि घोषित की जाएगी। आइसा जिलाध्यक्ष द्वारा तय समय पर तिथि नहीं घोषित होने की स्थिति में आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन करने की चेतावनी दिया गया है। कार्यक्रम के दौरान जिलासचिव सबीर, सह सचिव अभिषेक, राकेश, पंचानंद पाठक, प्रतिज्ञा साधना, अंशु राज, चंदन, सुशील, अजित, रविकांत, अंबर, अनूप, सोनू समेत दर्जनों छात्र मौके पर मौजूद थे।