समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को “जेपी अवार्ड-2024” से नवाजा गया।
नई दिल्ली, 24 दिसंबर 2024: लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्ट्रीय अध्ययन केंद्र द्वारा आयोजित एक भव्य और गरिमापूर्ण कार्यक्रम में लोकनायक जयप्रकाश नारायण को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर उनके विचारों की वर्तमान प्रासंगिकता पर चर्चा करते हुए “लोकनायक एवं लोक क्रांति” विषय पर देश के प्रमुख व्यक्तित्वों ने अपने विचार प्रस्तुत किए। समारोह के दौरान समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को “जेपी अवार्ड-2024” से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में किया गया।
जेपी: समाजवाद के अग्रदूत
कार्यक्रम की शुरुआत में लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्ट्रीय अध्ययन केंद्र के महासचिव अभय सिन्हा ने जेपी के ऐतिहासिक योगदान को याद किया। उन्होंने बताया कि 5 जून 1975 को पटना के गांधी मैदान में एक विशाल जनसमूह को संबोधित करने के बाद जयप्रकाश नारायण को ‘लोकनायक’ की उपाधि मिली थी। उनके नेतृत्व में “सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन” ने भारत में पहली बार गैर-कांग्रेसी सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त किया।
प्रमुख अतिथियों के विचार
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री, ने कहा, “लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने अपने संघर्ष और त्यागमय जीवन के कारण समाज को प्रेरणा दी। उनके समाजवाद के सिद्धांत और दीनदयाल उपाध्याय के ‘अंत्योदय’ में समानता है।” उन्होंने जेपी को एक संत नेता के रूप में याद किया, जिन्होंने कभी किसी पद की लालसा नहीं रखी।
भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने संदेश में कहा, “जयप्रकाश नारायण का जीवन भारतीयता और समाजवाद का प्रतीक है। सनातन धर्म की शुभ-लाभ की संकल्पना का आधुनिक स्वरूप समाजवाद में प्रकट होता है। उनकी विचारधारा आज भी देश की दिशा तय करने में सक्षम है।”
साहित्यकार और समाजसेवी की राय
जाने-माने साहित्यकार और जनकवि डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र ने कहा, “जयप्रकाश नारायण न केवल जननायक और मानवतावादी चिंतक थे, बल्कि उनका जीवन शालीनता और मर्यादा का आदर्श था। उनके सम्पूर्ण क्रांति के नारे की प्रासंगिकता आज भी बनी हुई है।”
पूर्व सांसद आर. के. सिन्हा ने कहा, “जेपी के सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन के उद्देश्य और बुराइयों को समाप्त करने का सपना आज भी अधूरा है।”
जेपी अवार्ड-2024 से सम्मानित हस्तियां
इस अवसर पर समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को “जेपी अवार्ड-2024” से सम्मानित किया गया। सम्मानित हस्तियों में शामिल हैं:
- थम्मपन थॉमस (समाजवादी चिंतक)
- विमल कुमार जैन (साहित्यकार)
- ममता कालिया (साहित्यकार)
- बुद्धिनाथ मिश्र (जनकवि)
- अनूप जलोटा (भजन गायक)
- डॉ. प्रकाश विनायक जोशी (शिक्षाविद)
- संदीप चौधरी (वरिष्ठ पत्रकार)
- नलिनी एवं कमलिनी (नृत्यांगना)
- सुरेश भाई (पर्यावरणविद)
सांस्कृतिक कार्यक्रम और संचालन
समारोह में जेपी के जीवन और सिद्धांतों पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम का संचालन सुश्री अमृत नीलम ने किया।
समापन
कार्यक्रम के समापन पर महासचिव अभय सिन्हा ने सभी अतिथियों और दर्शकों का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण का जीवन और उनके आदर्श आज भी समाज को प्रेरित करते हैं। यह कार्यक्रम उनके विचारों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का प्रयास है।
लोकनायक जयप्रकाश नारायण: प्रेरणा के शाश्वत स्रोत
यह समारोह न केवल लोकनायक जयप्रकाश नारायण को श्रद्धांजलि थी, बल्कि उनके सिद्धांतों और विचारों को पुनर्जीवित करने का एक सार्थक प्रयास भी था। समाज के सभी क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियों का सम्मान इस बात का प्रमाण है कि जेपी के आदर्श आज भी प्रासंगिक हैं और उनके विचार समाज के लिए प्रेरणास्रोत बने हुए हैं।