अखिलेश यादव का बयान: 'यह चुनाव नहीं, लूट थी', जनता देख रही है भेदभाव
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में संपन्न हुए चुनावों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया न मानते हुए ‘लूट’ करार दिया और आरोप लगाया कि पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) समुदाय के मतदाताओं के साथ भेदभाव किया गया।
अखिलेश यादव ने कहा, “यह चुनाव नहीं था, यह लूट थी, और यह जनता देख रही है। पीडीए समुदाय के सभी मतदाता देख रहे हैं कि उनके साथ भेदभाव हो रहा है।” उन्होंने आगे मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में सपा की जीत को एक महत्वपूर्ण संदेश बताते हुए कहा कि अयोध्या की हार को ऐतिहासिक हार के रूप में याद रखा जाएगा।
हालांकि, हाल ही में हुए मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार चंद्रभानु पासवान ने समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवार अजीत प्रसाद को 61,710 मतों के अंतर से हराया। इससे पहले, 2022 के विधानसभा चुनावों में, यह सीट सपा के पास थी, लेकिन उपचुनाव में भाजपा ने यह सीट जीत ली।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जनता इस अनियमितता और पक्षपातपूर्ण रवैये को देख रही है और भविष्य में इसका जवाब देगी। उनके इस बयान के बाद प्रदेश की सियासत में हलचल मच गई है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि समाजवादी पार्टी आगामी चुनावों में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाएगी और सरकार की नीतियों को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश करेगी। वहीं, भाजपा और अन्य दलों की ओर से अभी इस बयान पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
गौरतलब है कि हाल के चुनावों में अयोध्या सीट पर सपा की हार और अन्य सीटों पर हुए नतीजों को लेकर समाजवादी पार्टी ने कई बार ईवीएम और प्रशासन पर सवाल उठाए हैं।
अब देखना होगा कि सपा इस मुद्दे को किस तरह आगे बढ़ाती है और इसके राजनीतिक प्रभाव क्या होंगे।