नोएडा/उत्तर प्रदेश| महिला यौन शोषण/उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं के विरोध में आज अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की कार्यकर्ताओं ने गांव बरौला सेक्टर- 49, नोएडा पर जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया|
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की जिला प्रभारी आशा यादव ने महिला उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं पर कहा कि महिला को जब तक चीज़ – उपभोग की वस्तु – समझा जाता रहेगा तब तक उसके साथ यह खिलवाड़ होता रहेगा, उसका अपमान होता रहेगा, यौन उत्पीड़न होता रहेगा, यह कोई एक राज्य की बात नहीं है।
कुछ ही दिन पहले कोलकाता के आरजीके अस्पताल में एक डॉक्टर के साथ जघन्य सामूहिक बलात्कार और निर्मम हत्या का मामला सामने आया। इस घटना के ख़िलाफ़ आवाज़ उठते उठते ही बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर में एक दलित लड़की के साथ बेख़ौफ़ सामूहिक बलात्कार और हत्या, महाराष्ट्र के बदलापुर में यौन उत्पीड़न की घटना, और उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड से बलात्कार की घटनाओं की ख़बरें आईं।
भला राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र कैसे पीछे रहता – यहां भी बाहरी उत्तरी दिल्ली के शाहाबाद डेयरी इलाक़े में चार साल की बच्ची के साथ बलात्कार हुआ। ऐसी ख़बरें नोएडा और ग़ाज़ियाबाद से भी कथित रूप से आ रही हैं। उपरोक्त हालात से महिला आंदोलन रोषित है।
जनवादी महिला समिति (दिल्ली एनसीआर) इन सभी घटनाओं की भर्त्सना करते हुए दिल्ली नोएडा गाजियाबाद आदि में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन कर गुस्से का इजहार करते हुए कहा कि हम दिल्ली सरकार/ उत्तर प्रदेश सरकार से सवाल करते हैं कि जब माननीय उच्चतम न्यायालय ख़ुद से संज्ञान ले सकता है तो क्या राज्य की सरकार की ज़िम्मेदारी नहीं कि वो महिला की गरिमा और सुरक्षा के लिए फ़ौरन संज्ञान लेकर इंसाफ़ दिलाने में अग्रसर हों? क्यों ज़मीनी स्तर पर उपस्थित थाना इन घटनाओं पर फ़ौरी कार्यवाही नहीं करते?
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए समिति की जिला नेता चंदा बेगम, रेखा चौहान, लता सिंह, पिंकी, सरोज देवी ने कहा कि हम सरकार और प्रशासन को चेता रहे हैं कि न्यायिक कार्यवाही में ढील बर्दाश्त नहीं करेंगे। प्रदर्शन को सीटू जिलाध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा, सीपीआई एम बरौला ब्रांच सचिन धर्मपाल चौहान, सीटू नेता राजकरण सिंह, राकेश चौधरी, जयानंद आदि ने भी संबोधित किया।