ब्रह्मविद्या विहंगम योग

अभिमान अक्ल को खा जाता है|DntvIndiaNews

एक बार तन्विक को घर के मुखिया होने का अभिमान हो गया कि उसके बिना उसके परिवार का काम नहीं… Read More

11 months ago

संस्मरण-आदर्श शिष्या सुगरी देवी कौन थी ? जिनका नाम विहंगम योग इतिहास में अंकित है। अवश्य पढ़ें

परमाराध्य महर्षि सदाफल देव जी महाराज की आदर्श शिष्या सुगरी देवी थी। उसका बचपन का नाम चमेली था।  उसकी शादी… Read More

12 months ago

सत्संग_की_महिमा/ 24Dec23

मनुष्य के जीवन मे अशांति ,परेशानियां तब शुरु हो जाती है जब मनुष्य के जीवन मे सत्संग नही होता-- मनुष्य… Read More

1 year ago

स्ववेँद

दया करें सब जीव पर देखें अंतर आत्मा त्याग देह अभिमान “ विहंगम योग कि अंतिम श्रेणी में द्रस्य शरीर… Read More

1 year ago

अभ्यास में मन ठीक-ठीक नहीं लगता, इसका क्या कारण है?

सद्गुरु भगवान् का अमृत उपदेश:- मन बहुत दिनों से विषयों में लगा है तथा विषयों को भोगा है, विषय किया… Read More

1 year ago

“सुन्दर देहि देखकर उपजत हैं अनुराग”। “चाम न होता देही पर जीवित खाते काग”।।

कबीर परमात्मा इस वाणी में कहते हैं कि हे मानव तू इस सुंदर देह का अहंकार करता है अगर भगवान… Read More

1 year ago

सीखने के उत्सुक मॉरीशस में भारत के उच्चायुक्त श्रीमती के. नंदिनी सिंगला को वैदिक ब्रह्मविद्या विहंगम योग मार्ग की ओर से महामहिम’ के प्रति आभार

वैदिक ब्रह्मविद्या विहंगम योग मार्ग _सीखने के लिए उत्सुक, अधिकार में शिष्टता, ज्ञान में अनुग्रह, अधिक अंतर्दृष्टि के लिए जिज्ञासा, छोटी-छोटी… Read More

2 years ago

Covid-19) जय श्री सदगुरुदेव /साप्ताहिक आनलाइन स्वर्वेद अंताक्षरी सत्र का मूल उद्देश्य।

  साप्ताहिक आनलाइन स्वर्वेद अंताक्षरी सत्र का मूल उद्देश्य स्वर्वेद के दोहे/चौपाई के माध्यम से ब्रह्मविद्या विहंगम योग के सैद्धांतिक… Read More

3 years ago

Covid-19) !! सत्संग !!प्रश्न- क्या संत-महात्माओं का दर्शन और उनका प्रवचन आदि सुन लेना ही सत्संग के लिए पर्याप्त नहीं है ?

उत्तर- संत-महात्माओं का दर्शन करना, उनका प्रवचन सुनना, यह सत्संग की प्रारंभिक सीढ़ी है। केवल इतना से ही सत्संग की… Read More

3 years ago

गुरु भाई-बहनों के लिए आवश्यक सूचना / प्रारंभ: – प्रातः 6:30 बजे से विहंगम योग की ऑनलाइन सत्संग प्रारम्भ।

दिनांक – 13अप्रैल 2021 (120 मिनट, मंगलवार)**अतिथि वक्ता* -  *श्रीमान अजीत सिन्हा जी, दंडकवन आश्रम, गुजरात* *परिचय* –श्री अजीत सिन्हा… Read More

4 years ago