जगदीशपुर/भोजपुर| समान काम का समान वेतन के विरुद्ध सेवा नियमितीकरण, चार महीना से बकाया वेतन,मानदेय बढ़ोतरी, मानदेय बढ़ोतरी संबंधी विभाग के आदेशों को एफआरएएस वापस लेने को लेकर गुरूवार को संविदाकर्मी एएनएम ने 10 सूत्री मांगों को लेकर जगदीशपुर रेफरल अस्पताल परिसर में बिहार सरकार का पुतला फूंका गया।संविदा कर्मियों ने बिहार सरकार और स्वास्थ्य मंत्री के मुर्दा बाद के नारे लगा रहे थे।
गौरतलब है कि धरना प्रदर्शन बिहार सरकार के खिलाफ 22 अगस्त से जारी है। 7 वा दिन से लगातार हड़ताल पर डटे इन संविदाकर्मियों ने राज्य सरकार व स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया।अभी तक सरकार द्वारा कोई निवारण नहीं किया गया है। एएनएम पूजा पांडेय ने कहा कि हम लोग कही भी जाते हैं, हर वक्त एक जगह नही रहते हैं। बायोमेट्रिक सिस्टम अटेंडेंस बनाना यह संभव नहीं है। हर वक्त कहीं ना कहीं हम लोग रहते हैं।कहीं रोड पर चलते हैं, कहीं किसी के घर में रहते हैं, कभी पेड़ के नीचे रहते हैं। सरकार द्वारा पहले मूलभूत सेवाएं उपलब्ध कराया जाए इसके बाद हम लोग सरकार के नियमों का पालन करेंगे।
स्वास्थ्य केंद्रों पर स्थाई भवन, आवासीय सुविधा,शौचालय, पेयजल,बिजली , वाईफाई इंटरनेट उपलब्ध कराया जाए। न्यूनतम संवैधानिक मजदूरी का भुगतान किया जाए। मौके पर संबोधित करते हुए जायंती कुमारी ने कहा कि 22 अगस्त से पूरे बिहार में स्वास्थ्यकर्मी हड़ताल पर हैं। परंतु सरकार की हठधर्मिता के कारण हड़ताल तोड़वाने का कोई प्रयास नहीं हो रहा है, परंतु संविदाकर्मी हताश होकर हड़ताल से पीछे हटनेवाले नहीं हैं।
नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे महिला व कर्मचारी विरोधी नीति अपना रहे हैं।
कहा कि सरकार की धमकी से संविदाकर्मी झुकने वाले नहीं हैं। जबतक मांगों की पूर्ति नहीं होगी, आंदोलन जारी रहेगा। मौके पर मौजूद रहे परीचारी अरबिद्र कुमार, लाल बिहारी,अर्चना कुमारी,शिल्पी कुमारी, सुशीला कुमारी, शैलजा कुमारी, अंशु कुमारी, अंजुम कुमारी समेत अन्य एएनएम कर्मी मौजूद थी।