संविधान को बदलने की साजिश बर्दाश्त नहीं-माले|
आरा/बिहार| संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर की 67 वीं पुण्यतिथि व बाबरी मस्जिद विध्वंस की शहादत दिवस पर भाकपा-माले की ओर से लोकतंत्र बचाओ-संविधान बचाओ मार्च निकाला गया! मार्च जेपी मूर्ति से चलकर बाबा साहेब की मूर्ति(कचहरी) तक पहुंचा और वहाँ पर उन्हें याद करते हुए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्राजंली दी गयी|
मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया! सम्बोधित करते माले नेताओं ने कहा कि संविधान सभा में काफी बहस-मशविरा के बाद में संविधान निर्माता डॉ.भीम राव अंबेडकर का बनाया हुआ संविधान और लोकतंत्र पर संकट के बादल मंडरा रहा है मोदी की सरकार संविधान की मूल आत्मा समाजवाद लोकतंत्र,धर्मनिरपेक्षता को खत्म कर देश में मनुस्मृति का संविधान को लागू करना चाहती है जो तानाशाही थोपना चाहती है|
मोदी सरकार देश के तमाम सरकारी संस्थाओं को कांरपोरेट घरानों के लिए लूटने का संसाधन बना दिया है!सभी सरकारी सम्पत्ति को कौड़ी भाव बेचा जा रहा है!ऐसी स्थिति में देश की जनता संविधान व लोकतंत्र को बचाने के लिए संघर्ष जारी रखेगी|
सभा का संचालन भाकपा-माले नगर सचिव दिलराज प्रीतम ने किया! भाकपा-माले राज्य कमेटी सदस्य विजय ओझा,राज्य कमेटी सदस्य क्यामुद्दीन अंसारी,रामानुज, बालमुकुंद चौधरी,अमित कुमार बंटी,हरेराम सिंह,कामता बिंद,हरिनाथ राम,रामाशंकर प्रसाद,संतविलास राम,रणधीर कुमार राणा, होरिक मुसहर, बैजनाथ पासवान, जगजीवन राम शामिल रहे |