क्षेत्रिय शाखा सासाराम में खोलने, स्नातक, स्नातकोत्तर में सीट वृद्धि करने सहीत कई अन्य
मांगों को लेकर आइसा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं द्वारा ज़ीरो माइल से आक्रोशपूर्ण मार्च करते हुए
विश्वविद्यालय के न्यू कैंपस जा सीनेट की बैठक के मुख्य द्वार पर पहुँच नारेबाजी
किया गया।
वही सीनेट की बैठक के दौरान आइसा कार्यकर्ताओं व पुलिसकर्मियों के बीच तीखी नोकझोंक हुई| इस दौरान आइसा रंजन कुमार ने कहां कि छात्र लोकतांत्रिक
तरीके से सीनेट का घेराव कर रहे थे। तो कुलपति के इशारों पर प्रदर्शन कर रहे
छात्रों पर लाठीचार्ज कराया गया। लाठीचार्ज के दौरान आइसा के जिला सचिव रंजन कुमार, जैन कॉलेज आइसा
नेता विकास कुमार, चंदन कुमार, सहीत लगभग आधा
दर्जन आइसा नेता घायल है। घायल छात्र नेताओं को आरा सदर अस्पताल में इलाज हेतू
भेजा गया है। आइसा के दो नेताओं को गंभीर चोटें आई है, बताया जाता है की एक का हाथ फैक्चर भी हो
गया है|

कि केंद्र की मोदी सरकार लगातार शैक्षणिक संस्थानों में फ़ीस वृद्धि कर गरीब-मज़दूर, किसान परिवार से
आने वाले छात्रों को शिक्षा से वंचित करना चाहती है। हम किसी भी कीमत पर फीस
वृद्धि नहीं सहेगें। हमारी मांग है कि अविलंब कॉलेजों व विश्वविद्यालयों में स्नातक- स्नातकोत्तर
में सीट वृद्धि करें ताकि नामांकन से वंचित छात्रों का एडमिशन हो सकें।
बैठक में करोड़ों का बजट पास किया जाता है लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के
हित में कोई कदम नहीं उठाती है। न ही छात्रों के समस्याओं पर कोई ध्यान देती है। आज जब सीनेट की
बैठक का छात्र लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन के जरिए अपनी मांग रख रहे थें। तो प्रदर्शन
कर रहे छात्रों पर संघ व भाजपा के इशारों पर संघी कुलपति के द्वारा लाठीचार्ज
कराया गया जो बेहद ही निंदनीय है।
कुमार, जिला अध्यक्ष
पप्पू कुमार , एस. बी. कॉलेज
छात्रसंघ अध्यक्ष सुधीर कुमार, जैन कॉलेज आइसा नेता विकास कुमार, आइसा नेता संजय
साजन, अंशु राज, धीरेन्द्र कुमार, रणधीर, चंदन कुमार, राकेश कुमार, लालजी शर्मा, प्रेमचंद, उमेश कुमार, कमलेश, आनंद, दीपंकर, सुन्नी देवल, अमित ,दीपक, सोनू सहित सैकड़ों
छात्र नेता व छात्र शामिल थे।