पटना/बिहार। प्राइवेट स्कूलों में अवैध रूप से फीस के नाम पर लिए जा रहे फंड की शिकायत जिलाधिकारी एवं जिलाशिक्षा अधिकारी पटना को मेल के माध्यम से की गई। जी हाँ या मामला दिल्ली मॉडल पब्लिक स्कूल कंकड़बाग पटना का है।
बताया जा रहा है की कोरोना काल के समय मे भारत सरकार के आदेशानुसार लगातार स्कूल बंद रहा। फिर भी स्कूल में महीना का फीस लिया गया। और अभिभावक के द्वारा फीस दिया गया जी हां या मामला दिल्ली मॉडल पब्लिक स्कूल कंकड़बाग का है। इन दिनों रजिस्ट्रेशन के नाम पर ₹4000 से अधिक राशि वसूल की जा रही है।
जब पता चला की नौवीं क्लास के छात्र को महीने का फीस देना था तो स्कूल के छात्र के अभिभावक द्वारा महीने का फीस 17300/= रूपीये दिया गया। लेकिन दिल्ली मॉडल पब्लिक स्कूल कंकड़बाग पटना के द्वारा 17300 /=के बजाय ₹13300/=की रसीद दिया गया जब अभिभावक के द्वारा बोला गया कि मैंने ₹17300 दिया है तो हमको राशि 17300 का आपके द्वारा रसीद नहीं दिया गया तो स्कूल प्रशासन द्वारा बोला जाता है कि ₹13300 का ही रसीद मिलेगा ₹4000 रजिस्ट्रेशन शुल्क का रसीद हमलोग नहीं देते हैं।
इससे साफ साबित होता है कि स्कूल प्रशासन की अपनी मनमानी लगातार चली आ रही है अभिभावक के द्वारा विरोध करने पर स्कूल प्रशासन द्वारा कहा गया की तुमको जहां जाना है जाओ मैं देख लूंगा। 4000/=के लिए कोई रसीद अभिभावकों को नहीं दी जा रही है।
फंड के नाम पर स्कूलों में बच्चों से की जा रही वसूली के कई मामले जिले के प्राइवेट स्कूलों के जिला शिक्षा विभाग के सामने आ चुके है। लेकिन विभाग की ओर से इस बारे कोई कार्रवाई करना जरूरी नहीं समझा जा रहा है, जबकि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार कोई भी प्राइवेट स्कूल अपनी मर्जी से स्कूल में फीस नहीं बढ़ा सकता है औेर न ही बिना कोई रसीद के किसी भी प्रकार के फंड की फीस ले सकता है।
सनोवर खान ब्यूरो रिपोर्ट पटना के साथ रामेशनन्द झा की रिपोर्ट।