Bihar

प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन का प्रथम जिला सम्मेलन सम्पन्न।

राष्ट्रीय अध्यक्ष बोले – स्कूल संचालकों की हर समस्या के साथ खड़ा है एसोसिएशन।

आरा में ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त हो, कूड़ा उठाव देर रात्रि की जाए : डॉ. स्मिता सिंह

आरा/भोजपुर। प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन का प्रथम जिला सम्मेलन आरा के नागरी प्रचारिणी में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत संयुक्त रूप से अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया। तत्पश्चात अतिथियों और स्कूल संचालकों का स्वागत अंग वस्त्र और उपहार देकर एसोसिएशन द्वारा किया गया। स्कूल की बच्चियों ने जय बिहार नृत्य कर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। सम्मेलन की अध्यक्षता एसोसिएशन की जिला अध्यक्ष डॉ स्मिता सिंह ने और संचालन अलका व रुमिला मित्रा ने संयुक्त रूप से किया। एसोसिएशन की भोजपुर जिलाध्यक्ष सह एस एन मेमोरियल स्कूल की निदेशक डॉ. स्मिता सिंह ने सभी उपस्थित लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि शहर में आने जाने वालों, स्कूल के कर्मियों, शिक्षकों और बच्चों को बहुत परेशानी होती है, कूड़ा हटाने का कार्य लेट नाइट किया जाए। ट्रैफिक नियम को ठीक कराने की मांग भी उन्होंने मंच से की। कहा कि आने जाने वाले सभी लोगों को ट्रैफिक समस्याओं से गुजरना पड़ता है। वीआईपी के लिए तो रोड क्लियर हो जाता है लेकिन आमजनों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। शिक्षा से सम्बंधित समस्याओं को लेकर डॉ स्मिता ने कहा कि बैकलॉग, आरटीई अमाउंट, वन पोर्टल सॉल्यूशन जैसी समस्या से स्कूलों को गुजरना पड़ रहा है। उदहारण देते हुए कहा कि बच्चे का डिटेल हम ई शिक्षा कोष पर अपलोड करते है फिर उसी डिटेल को यू डायस पर भी अपलोड करते है। कही ना कही सभी स्कूल वाले परेशान है, फॉर्म भरने के लिए। उन्होंने कहा कि जब भी कोई नियम लागू किया जाए तो हमारे बीच से भी एक प्रतिनिधि को उस पैनल में रखा जाए। डॉ. स्मिता सिंह ने मंच से आरा में उद्योग लगाने की मांग की। कहा कि बेरोजगारी बढ़ने के कारण क्राइम बढ़ रही है। लोगों के पास रोजगार रहेगा तो क्राइम नही होगा। क्यों ना आरा को ही हमलोग दिल्ली, मुम्बई और कलकत्ता बनाने की कोशिश करें।

बिहार के नवनिर्माण के लिए शिक्षा आधारित सम्मेलन कराने की जरूरत : विकास वैभव

आईजी विकास वैभव ने संबोधित करते हुए कहा कि लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान जो बिहार के सभी जिलों में चल रहा है उसमें प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन भी पूरी तरह से जुड़ चुकी है। इसलिए आपके बीच उपस्थित हूँ, इस संकेत के लिए की बिहार को बदलने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका आपकी है। उन्होंने एक सीरियल का उदाहरण देते हुए कहा कि उस सीरियल में एक प्रसिद्ध लाइन थी कि प्रलय और निर्माण शिक्षक की गोद मे खेलती है। आगे कहा कि समाज के हर वर्ग की भूमिका किस प्रकार से हो सकती है। विशेष रूप से हम इसी पर चर्चा कर रहे हैं। एक सिस्टम बनाने का प्रयास कर रहे हैं। यदि हम सोचे कि हमारी क्षमता क्या है, तो पाते हैं कि प्राचीन काल में ऐसे रोड नहीं थे, टेक्नोलॉजी नहीं थी, सूचना के तंत्र नहीं थे, तब तो हम अफगानिस्तान को पार कर इस अखंड भारत के साम्राज्य को स्थापित कर चुके थे। ऑक्सफोर्ड और कैंब्रिज की कल्पना से पहले नालंदा और विक्रमशिला जैसे विश्वविद्यालय को स्थापित कर चुके थे। जहां विश्वभर से लोग पढ़ने आते थे। उस समय जब ऐसे संसाधन नहीं थे तब हमने विश्व को शून्य दिया था। आगे कहा कि वर्तमान में बिहार के युवाओं को रोजगार के लिए बाहर जाना पड़ता है तो बहुत पीड़ा होती है, लगता है कि तब ऐसा कर सकते थे तो आज क्यों नही कर पाते है। आज क्यों ऐसा है कि जब बिहारी बाहर जाता है तो पाता है कि बिहारी शब्द अपमान का सूचक बन चुका है। आज भी आप अफगानिस्तान में जाएंगे तो सम्राट अशोक के शिलालेख के अवशेष प्राप्त होते है। उस समय जब कर सकते थे तो आज क्या कमी आ गई। उन्होंने कहा कि भोजपुर जिले में जब आता हूँ तो स्मरण करता हूँ वीर कुंवर सिंह को, इस क्षेत्र की ऊर्जा का स्मरण करता हूं जहां एक वयोवृद्ध में इतनी क्षमता थी कि उस समय के शक्तिशाली साम्राज्य को ललकार सकते थे, तो सोचिए यहां की युवाओं में कितनी क्षमता होगी। आवश्यकता है जगाने की, कहा कि यदि भोजपुर के युवाओं को अच्छे से शिक्षित किया जाए तो यही युवा एक बड़े उद्यमी बनकर उभरेंगे। इसमें सबसे बड़ी भूमिका स्कूल की है, कॉलेज की है, हर व्यक्ति की है, की कैसे हम अपने क्षेत्र का विकास कर सकते है। प्राचीन काल मे जब इतनी क्षमता थी, तो ये लुप्त तो नही हुई होगी, निश्चित तौर पर आज भी वही क्षमता है बस जरूरत है उसे जगाने की। प्राइवेट स्कूल के माध्यम से हम उत्कृष्ट शिक्षा देने का प्रयास कर सकते है। बिहार में संभावनाओं की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार के नवनिर्माण के लिए इस तरह के सम्मेलन की जरूरत है। बिहार के भविष्य की एक बड़ी भूमिका आप सभी के कंधों पर है।

शिक्षा से ही समाज मे परिवर्तन लाया जा सकता है : राष्ट्रीय अध्यक्ष

प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शैयद स्माइल अहमद ने जिला सम्मेलन के आयोजन से गदगद होकर कहा कि बहुत खुशी हो रही है कि मैं आज जब यहां पंहुचा तो पूरे शहर में एक अलग माहौल दिखाई दे रहा था। लोग रोड के किनारे से देख रहे थे की प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन बड़ा संगठन है। संगठन के लोग भी बड़ी तादाद में खड़े थे, यह भीड़ दर्शा रही थी कि एसोसिएशन ने यहां भव्य रूप ले लिया है। इसके लिए उन्होंने जिलाध्यक्ष डॉ. स्मिता सिंह और सभी पदाधिकारियों को धन्यवाद दिया। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आगे कहा कि दो लाख से ज्यादा स्कूल के संचालक एसोसिएशन में शामिल है, करोड़ो की संख्या में शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक कर्मी आपके साथ कदम से कदम मिलाकर पूरे देश की शिक्षा व्यवस्था को आगे बढाने के लिए कटिबद्ध है।
आगे कहा कि 12 वां नेशनल कॉन्फ्रेंस आगरा में होने जा रहा है। आपका संगठन बड़ा है, इस संगठन की आपकी मुखिया शेरनी के रूप में एसोसिएशन ने डॉ. स्मिता सिंह को दिया है, जो हर समय किसी भी परिस्थिति का सामने करने के लिए डट कर खड़ी रहने वाली है। उन्होंने स्कूल संचालकों से कहा कि आपको किसी भी तरह की सहायता की जरूरत हो आपके साथ एसोसिएशन खड़ा है। शिक्षा से ही समाज मे परिवर्तन लाया जा सकता है।

सरकार के सकारात्मक कार्यो में सहयोग करें निजी विद्यालय : डीईओ

जिला शिक्षा पदाधिकारी अहसन ने कहा की मैं इतने बड़े सम्मेलन में आकर अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। यह सुखद पल है कि हम लोग को बातचीत करने का मौका मिल रहा है। मुझे बहुत खुशी हो रही है आपसे बात करके। कहा कि जैसे ही मैंने योगदान किया एसोसिएशन ने हमसे संपर्क किया और कहा कि हमारा बहुत पैसा बाकी है। मैंने तुरंत ही अपने डीपीओ को कहा और 15 दिनों के अंदर ही एक साल का पैसा भुगतान करवा दिया। डीईओ ने कहा कि कोई ऐसा अवसर नहीं है जब एसोसिएशन ने मेरा सहयोग नहीं किया। चाहे वह कोई प्रतियोगी परीक्षा के संबंध में सेंटर को लेकर हो या कोई समारोह करना हो। ई शिक्षा कोष पर नामांकन डिटेल अपलोड करने के मुद्दे पर डीईओ ने कहा कि सरकारी स्कूलो ने लक्ष्य के अनुरूप 108 परसेंट डाटा अपलोड किया है, परन्तु ई शिक्षा कोष पर नामांकन का डिटेल निजी विद्यालयों ने मात्र 75 प्रतिशत ही भरा है। डीईओ अहसन ने आगे कहा कि मैं इस समारोह के माध्यम से सभी निजी स्कूलों से अनुरोध करता हूँ कि आपलोग ई शिक्षा कोष पर डिटेल जरूर भरे। इससे विशेष लाभ यह होगा की जो बच्चे पढ़ते आपके यहाँ है, लेकिन लाभ सरकारी विद्यालयों से लेना चाहते है। इस रिपोर्ट से रोक लगेगी। कहा कि सरकार का सकारात्मक कार्य है इसमें अपना सहयोग करें।

ये रहे सम्मेलन में मौजूद

वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉ प्रो रणविजय कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी भोजपुर अहसन, डीपीओ स्थापना रमेश कुमार पाल, डीपीओ चंदन प्रभाकर, आरा विधायक अमरेंद्र प्रताप सिंह, पूर्व विधायक बड़हरा आशा देवी, आरा मेयर इंदु देवी, पूर्व मेयर सुनील सिंह, राजेश राजमणि बीडी पब्लिक स्कूल, नंदकुमार जी एमडीजे स्कूल, एनके पांडेय, विनोद शाह, अंकुर आनंद, शबनवाज खान, सन्नी जी, संजय, विश्वकर्मा कुमार, निर्मल जी, उदय कुमार,रविकांत, सुजीत कुमार समेत काफी संख्या में स्कूल संचालक मौजूद थे।