आरा/भोजपुर| (प्रेस रिलिज ) भाकपा माले राज्य कमिटी सदस्य व इंसाफ मंच के राज्य सचिव क्यामुद्दीन अंसारी ने अपने ब्यान मे बतलाए कि गंगा नदी मे बड़ी तेजी से बाढ का पानी आरा सदर प्रखंड के विभिन्न गांवों मे फैल रहा है और बाढ की विभिषिका से पुरे इलाके के लोग कांप रहे है|
भाकपा माले की एक टीम आरा प्रखंड मे आ रही बाढ क्षेत्र का मुआयना करने के लिए दर्जनों गांव का दौरा किया. इस दौरान आम लोगों से बातें की. भाकपा माले की टीम ने धुधुआं, बसंतपुर, भकुरा,बारा, पिरौंटा,पिपरा, चौमुखा,अगरसंडा,बेहरा, सलेमपुर, बरजा,बाधाकोल, तेतरिया, इजरी,पिपरा पवट,सेमरिया,बाघीपाकड़,, का दौरा किया और पाया की इन सभी गांव मे बाढ का पानी प्रवेश कर गया है |
दर्जनों गांव का मेन रोड़ से सम्पर्क टुट गया है वही धमार बेहरा रोड़ पर पानी चढ गया है. सलेमपुर सरैया रोड़ पर बाधाकोल तेतरिया के पास चढ गया है आवागमन बंद है.चौमुखा का सड़क पर पानी चढ गया है, गांगी पैगा गुण्डी सड़क पर बसंतपुर पुल पर पानी चढा हुआ है लक्षमणपुर, धुधुआं सड़क पर पानी चढा. लोग परिशान है प्रशासन सुस्त है| भाकपा माले नेता क्यामुद्दीन अंसारी ने कहा कि बाढ से किसानों के खेत मे लहलहाती धान और मकयी की फसल नष्ट हो रही है.किसानों का कलेजा फट रहा है.लाखों एकड़ जमीन मे लगी फसल नष्ट हो गयी है, भाकपा माले नेता ने जिला पदाधिकारी से मांग की है कि आरा प्रखंड को बाढ क्षेत्र घोषित करे तथा पुरे बाढ के इलाके मे बाढ राहत व बचाव कार्य तेज करे|
जिला प्रशासन पर आरोप लगाया की आरा शहर मे बाढ की स्थित पैदा करने मे उसकी लापरवाही और आम लोगों की बात को नजर अंदाज करना है.बिन्दटोली नाला फाटक का आज तक खुला रखना मुख्य कारन है.बिन्दटोली, चौधरियाना तरी,उजियार टोला,मझौंआ मे बाढ आ गयी है लोगों का घरों से निकलना दूरभर हो गया है| भाकपा माले नेता ने जिला प्रशासन से मांग की है कि बरजा ,सहित कुछ गांवों मे शीघ्र नाव की व्यवस्था करें.बरजा बांध पर बाढ पीड़ित अपने मवेशी को लेकर चले आए है जहां मवेशियों के चारे का संकट उत्पन्न हो गया है|
बाढ क्षेत्र का दौरा कर रही माले टीम का मुलाकात जिला पार्षद की टीम से सलेमपुर बिहियां सड़क पर चढा पानी मे हो गया. राज्य कमिटी सदस्य क्यामुद्दीन अंसारी, माले नेता विनोद चौधरी, जनार्दन गोंड़, जिला पार्षद भीम यादव,जिला पार्षद प्रतिनिधि हरिफन यादव,छात्र नेता सरवन यादव,देवराज सिंह,युवा राजद धनंजय यादव, मुन्ना सिंह, हरेराम सिंह .