जीत अहम् नहीं है {लघु कविता } GYAN KI BAAT अभिलाषा भारद्वाज

हार एक पुरुष्कार

 जीतना अहम नहीं है

जीत के पश्चात यदि अहम है

तो जीत निश्चित ही नहीं है 

जीत उतनी आनंद दायक नहीं

जितनी असलफता रोमांचक है

जीत के पश्चात आप रुक जाते हैं

परंतु हारकर फिर चलना सीख जाते हैं 

जीत को दिया गया पुरुस्कार 

अस्तित्व में हार को दिया गया श्रेय है ।।

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DNTV इंडिया NEWS

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