आरा/भोजपुर| हैदराबाद
सेंट्रल यूनिवर्सिटी के छात्र नेता रोहित वेमुला के शहादत दिवस राजकीय अम्बेडकर
कल्याण कतीरा छात्रावास में छात्र संगठन आइसा द्वारा मनाया गया| व इस अवसर के मौके
पर छात्रों ने रोहित वेमुला के तस्वीर पर माल्यार्पण कर दो मिनट का मौन रख
श्रद्धांजलि व भारतीय संविधान की प्रस्तावना को पढ़ कर संविधान की मूल्यों को बचाने
का संकल्प लिया गया।
सेंट्रल यूनिवर्सिटी के छात्र नेता रोहित वेमुला के शहादत दिवस राजकीय अम्बेडकर
कल्याण कतीरा छात्रावास में छात्र संगठन आइसा द्वारा मनाया गया| व इस अवसर के मौके
पर छात्रों ने रोहित वेमुला के तस्वीर पर माल्यार्पण कर दो मिनट का मौन रख
श्रद्धांजलि व भारतीय संविधान की प्रस्तावना को पढ़ कर संविधान की मूल्यों को बचाने
का संकल्प लिया गया।
मौके पर एक सभा
की गई। जिसे सबोधित करते हुए छात्र संगठन आइसा के जिलाध्यक्ष पप्पू कुमार द्वारा
कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में दलित-अल्पशख़्यको पर हमला तेज़ हुआ है। दलितों के
मान-सम्मान व अधिकार के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जिसके खिलाफ देश भर के छात्र
एकजुट होकर मोदी सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है| सरकार संविधान,लोकतंत्र व नागरिकता पर चौतरफ़ा हमला कर सीएए,एनआरसी व एनपीआर के जरिए भारत के संविधान को
तहस नहस कर मन मुताबिक नागरिक चुनने की खतरनाक मुहिम चला रही है जो इस देश के
छात्र-युवाओं को मंजूर नही है। नई शिक्षा नीति 2019 को छात्र व शिक्षा विरोधी बताते हुए इसे वापस लेने की मांग किया
गया|
की गई। जिसे सबोधित करते हुए छात्र संगठन आइसा के जिलाध्यक्ष पप्पू कुमार द्वारा
कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में दलित-अल्पशख़्यको पर हमला तेज़ हुआ है। दलितों के
मान-सम्मान व अधिकार के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जिसके खिलाफ देश भर के छात्र
एकजुट होकर मोदी सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है| सरकार संविधान,लोकतंत्र व नागरिकता पर चौतरफ़ा हमला कर सीएए,एनआरसी व एनपीआर के जरिए भारत के संविधान को
तहस नहस कर मन मुताबिक नागरिक चुनने की खतरनाक मुहिम चला रही है जो इस देश के
छात्र-युवाओं को मंजूर नही है। नई शिक्षा नीति 2019 को छात्र व शिक्षा विरोधी बताते हुए इसे वापस लेने की मांग किया
गया|
नई शिक्षा नीति
का प्रारूप गरीब,पिछड़े व कमज़ोर
वर्ग के विरोध में है। यह आमलोगों से शिक्षा को छीनकर निजी कारपोरेट
विश्वविद्यालयों के हवाले करने वाली नीति है|
का प्रारूप गरीब,पिछड़े व कमज़ोर
वर्ग के विरोध में है। यह आमलोगों से शिक्षा को छीनकर निजी कारपोरेट
विश्वविद्यालयों के हवाले करने वाली नीति है|
मोदी सरकार ने
शैक्षणिक संस्थानों को खत्म करने का खतरनाक मंसूबा पाल रखा है। जिसके तहत देश भर
के विश्विद्यालयों में आरएसएस समर्थक कुलपतियों को बैठा कर सरकार ने कैम्पसों
रणभूमि बना दिया है जिसके खिलाफ पूरे विश्व भर के यूनिवर्सिटी में वरोध हो रहा है। आइसा संविधान व शिक्षा बचाने की लड़ाई को और तेज कर साथी रोहित वेमुला के अधूरे
सपने को पूरा करेगी।
शैक्षणिक संस्थानों को खत्म करने का खतरनाक मंसूबा पाल रखा है। जिसके तहत देश भर
के विश्विद्यालयों में आरएसएस समर्थक कुलपतियों को बैठा कर सरकार ने कैम्पसों
रणभूमि बना दिया है जिसके खिलाफ पूरे विश्व भर के यूनिवर्सिटी में वरोध हो रहा है। आइसा संविधान व शिक्षा बचाने की लड़ाई को और तेज कर साथी रोहित वेमुला के अधूरे
सपने को पूरा करेगी।
मौके पर राज्य
सचिव सबिर कुमार, जिला सचिव रंजन
कुमार, छात्र प्रधान
सनजीत कुमार, साजन कुमार, अंशु, घिरन, सुजीत, राकेश, सुनील,घनु, चंदन, रवि कांत,
नीतीश, राजेन्द्र, अभिनय, सुनील, सैकड़ो छात्र
उपस्थित थे ।
सचिव सबिर कुमार, जिला सचिव रंजन
कुमार, छात्र प्रधान
सनजीत कुमार, साजन कुमार, अंशु, घिरन, सुजीत, राकेश, सुनील,घनु, चंदन, रवि कांत,
नीतीश, राजेन्द्र, अभिनय, सुनील, सैकड़ो छात्र
उपस्थित थे ।