स्वास्थ्य संवर्ग के नवनीत शेखर, बी.एच.एम., अभिशेख कुमार सिंह फार्मासिस्ट, एस.एल.टी.एस.,प्रकाश कुमार गुप्ता, लैब टेक्नीशियन, प्रमोद कुमार, ए.एन.एम.- चिंकी कुमारी, प्रीति कुमारी ने सक्रिय भूमिका निभाते हुए कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किया। ऐसे मौके पर डॉ. प्रवीण कुमार सिन्हा, एन.सी.डी.ओ., भोजपुर द्वारा सभी लोगों को पी.बी.एस. के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी कार्यक्रम और भोजपुर की बिहार में रैंकिग से चिंतित, सुधार करने की गुहार लगाई।
भारत सरकार द्वारा स्टैंडर्ड केयर 75/25 अभियान के तहत् पूरे भारतवर्ष में 7.5 करोड़ लोगों का 2025 तक उच्च रक्तचाप और मधुमेह रोगियों के जाँच और समुचित इलाज के लिए वचनबद्ध है । इस उद्देश्य से प्रत्येक ब्लॉक में इस प्रकार का कार्यक्रम का आयोजन नितांत आवश्यक है। इस मौके पर डॉ. प्रवीण ने चारपोखरी के स्वास्थ्य कर्मियों को सराहनीय कार्य की प्रशंसा करते हुए अन्य ब्लाॅक को इस से प्रेरित होकर कार्यक्रम संपन्न करने का आह्वान किया। ज्ञातव्य हो कि पोपुलेशन बेस्ड मास स्क्रीनिंग संपूर्ण आबादी का करना है, इसे दो वर्षों में करें या बीस-पच्चीस साल में करें, पर करना तो पड़ेगा ही। जितना विलम्ब करेंगे उतने समय तक भोजपुर की रैंकिंग नहीं सुधरने वाली है। यह काम एक बार ही करना है, जिस प्रकार एलेक्सन कमीशन का कार्ड बना, आयुष्मान भारत का कार्ड बना, वैसे ही संपूर्ण मानव जाति का पी.बी.एस. कर एन.सी.डी. पोर्टल पर इन्ट्री करना है ताकि सरकार को पूर्णरूपेण आबादी में उच्च रक्तचाप, मधुमेह, कैंसर से पीड़ित रोगियों की जानकारी प्राप्त हो, सरकार इन रोगों को नियंत्रित करने में कामयाब हो सके और हमारा समाज स्वास्थ्य और सुरक्षित रहे।
आप यह जानकारी प्राप्त कर आश्चर्य चकित रह जायेंगे कि, पूरे विश्व में 67% आबादी मौत के मुंह में ग्रसित हो रहा है वह और कोई नहीं एन.सी.डी. की बिमारियां है। डॉ प्रवीण कुमार सिन्हा ने स्वास्थ्य कर्मियों एवं मिडिया कर्मियों से अनुरोध किया है कि अगर हमें समाज को मौतों से बचाना है तो एन.सी.डी. कार्यक्रम को सफल बनाने में कोताही न बरतें और गंभीरता पूर्वक सामाजिक दायित्व का निर्वाह करें।।