कभी मौका दो …..{आज की कविता } ABHILASHA BHARDWAJ

कभी मौका दो खुद को
कदम कदम मुस्कुराने का
फूल तो हर हाल में मुस्कुराया करते हैं
कभी तरीका दो खुद को
वक्त के  साथ गुनगुनाने का
काँटों के जंगल में फोलों का व्यवहार है
यही तो प्रेम सौन्दर्य का प्रियतम संसार है
कभी मौका दो खुद को
फूलों के साथ जीवन  भावार्थ को

सारांश बनोगे निश्चित ही 
कभी तो मौका दो खुद को 
त्याग अहम् भाव निःस्वार्थ को ||

अभिलाषा भरद्वाज {मेरी कलम मेरी अभिव्यक्ति }

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DNTV इंडिया NEWS

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