इस समारोह को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि उर्दू भाषा किसी समुदाय विशेष की भाषा नहीं है बल्कि बिहार की दूसरी प्रमुख भाषा है। इस भाषा के विस्तार व विकास हेतु प्रयास किया जाएगा। मौके पर जिलाधिकारी ने उपस्थित जनसमूह से भी समेकित प्रयास की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यशाला में जिला भू अर्जन पदाधिकारी सह प्रभारी पदाधिकारी उर्दू कोषांग मो शब्बीर आलम, उर्दू शायर उर्दू शिक्षक , छात्र सहित कई अन्य व्यक्ति उपस्थित थे।