भाकपा माले

उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा व अंचल पदाधिकारी के कार्य शैली की कटु आलोचना। अंसारी

आरा/भोजपुर। भाकपा माले राज्य कमिटी सदस्य क्यामुद्दीन अंसारी ने एक प्रेस ब्यान जारी कर कहा कि आज बरजा गांव मे बाढ पीड़ितों की बैठक मे निर्णय लिया गया कि 30 सितंबर 2024 को आरा सदर प्रखंड के बाढ प्रभावित सभी पंचायतों को बाढ ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने की मांग पर आरा सदर अंचल के तानाशाह, जन विरोधी अंचल पदाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन होगा।

आयोजित प्रदर्शन मे बाढ पीड़ितों के रिलिफ की पुरजोर तरिके से मांग की जाएगी. 2024 मे आई इस बाढ की वजह से किसानों के हजारों हजार एकड़ जमीन मे लगी धान व मक्का की फसल नष्ट हो गयी है, किसानों और बटाईदार किसानों को फसल क्षति का लाभ मुहैया कराने के लिए उठाएगी, पशुओं के चारे की मांग भी की जाएगी।

30 सितंबर को प्रदर्शन कि तैयारी मे बरजा गोरेया स्थान पर बाढ पीड़ितों की एक बड़ी सभा व महुली में बाढ पीड़ितों की बैठक सम्पन्न किया गया।

बैठकों और सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले राज्य कमिटी सदस्य क्यामुद्दीन अंसारी ने कहा कि आरा सदर अंचल सहित बड़हरा, शाहपुर, कोईलवर को बाढ ग्रस्त क्षेत्र अब तक घोषित नहीं करना घोर निन्दनिय है, बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा का आरा दौरा था, बाढ पीड़ितों को यह उम्मीद थी कि भोजपुर के बाढ ग्रस्त इलाके, आज बाढ ग्रस्त क्षेत्र घोषित हो जाएंगे, पर बाढ पीड़ितों को निराशा ही मिली।

गंगा नदी के जल स्तर मे कमी आने से महामारी फैलने का खतरा बढ गया है संभावित महामारी को रोकने के उपाय शीघ्र करना चाहिए। अंचल पदाधिकारी के कार्य शैली की कटु आलोचना करते हुए अंचल पदाधिकारी को तानाशाह की संज्ञा दिया गया व बाढ राहत कार्य मे भेदभाव बरतने का आरोप लगाया गया है।

सामुदायिक किचन बरजा मे दिन के 3 बजे तक भोजन नहीं बनने पर प्रशासन की बाढ पीड़ितों के साथ अमानवीय व्यवहार का आरोप लगाया गया है।

बैठक मे सामिल क्यामुद्दीन अंसारी के अलावे प्रमुख लोगों मे भाकपा माले सदर प्रखंड कमिटी सदस्य महेश पासवान, सुरेन्द्र पासवान, बनारसी गोंड़, बब्लू कुमार,इंनौस नेता पवन पासवान, सोनी देवी,पार्वती देवी,गरजु पासवान, सचिन कुमार, राजेन्द्र यादव, संतोष यादव रहे।