ILAJ stressed the need for protection and social security benefits for advocates
उड़ीसा | ऑल इंडिया लॉयर्स एसोसिएशन फॉर जस्टिस (आईलाज) ने 21 और 22 दिसंबर 2024 को उड़ीसा के कटक में अपना दूसरा राष्ट्रीय सम्मेलन सफलतापूर्वक आयोजित किया। सम्मेलन में 16 राज्यों से 150 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। यह सम्मेलन ‘न्यायपालिका की स्वतंत्रता’ के विषय पर आधारित था, जिसमें सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति ए.के. पटनायक और मद्रास उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति के. चंद्रू ने प्रमुख वक्ता के रूप में भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत में आईलाज की अध्यक्षा मैत्रेयी कृष्णन ने स्वतंत्र न्यायपालिका की महत्ता पर जोर दिया। न्यायमूर्ति पटनायक ने वकीलों को लोकतंत्र का रक्षक बताते हुए संविधान की रक्षा का आह्वान किया। न्यायमूर्ति चंद्रू ने संविधान को पवित्र दस्तावेज नहीं, बल्कि जनता की सेवा में एक जीवंत दस्तावेज बताया।
सम्मेलन में अधिवक्ताओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा पर चर्चा की गई, और अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम लागू करने, वकीलों के लिए सामाजिक सुरक्षा लाभ सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया गया। इसके अलावा, असंवैधानिक कानूनों के खिलाफ संघर्ष को मजबूत करने की योजना बनाई गई। सम्मेलन का समापन 43 सदस्यीय राष्ट्रीय समिति के चुनाव और अधिवक्ता मैत्रेयी कृष्णन को सर्वसम्मति से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के साथ हुआ।
आईलाज ने संविधान की रक्षा और कानून के शासन को बनाए रखने के अपने संकल्प को फिर से दोहराया।