आंदोलन को बदनाम व विभाजित करने का सरकारी प्रयास बेहद निंदनीय। माले /( प्रेस कॉन्फ्रेंस) में कहा गया कि 22 दिसम्बर से होगा लगातार।
एआईकेएससीसी के आह्वान पर 29 दिसंबर को आयोजित राजभवन मार्च में भोजपुर से हजारों किसान लेंगे भाग।
24-28 दिसंबर तक सभी प्रखंडों में किसान बचाओ-देश बचाओ अभियान के तहत किसान संघर्ष यात्रा।
22-23 दिसम्बर को प्रखंडों में किसान कन्वेंशन का होगा आयोजन, तीनों काले कृषि कानूनों के खिलाफ लिये जायेंगे प्रस्ताव।
18 दिसंबर को माले के पूर्व महासचिव काॅ. विनोद मिश्र स्मृति दिवस के पूर्व संध्या पर क्रान्तिपार्क में संकल्प सभा, लगेंगे पोस्टर प्रदर्शनी।
5 जनवरी 2021 से धान के साथ ब्लॉकों पर प्रदर्शन।
आरा/भोजपुर। भाकपा-माले की जिला स्तरीय एकदिवसीय बैठक गड़हनी में संपन्न हुई. बैठक में मोदी सरकार द्वारा तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के चल रहे आंदोलन को बदनाम व विभाजित करने की कोशिशों की कड़ी निंदा की गई. सरकार समस्या को हल करने में अपनी विफलता से ध्यान हटाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है. जबकि उसका असली मकसद भारतीय व विदेशी कारपोरेट को बढ़ावा देना और देश की खेती-किसानी को बर्बाद करना है. भाकपा-माले किसान आंदोलन का तहेदिल से स्वागत व समर्थन करती है।
बिहार में नीतीश सरकार के दावे के ठीक विपरीत कहीं भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों का धान नहीं खरीदा जा रहा है. भोजपुर के किसान 800-900 रु. प्रति क्विंटल की दर से अपना धान बेचने को बाध्य हैं. हमारी पार्टी किसानों के केंद्रीय मुद्दों के साथ-साथ बिहार स्तरीय मुद्दों पर एआईकेएससीसी के आह्वान पर 29 दिसंबर को आयोजित राजभवन मार्च का तहेदिल से स्वागत व समर्थन करती है और भोजपुर से हजारों लोग इस मार्च में शामिल होंगे।
29 दिसंबर के कार्यक्रम के पूर्व भाकपा-माले व अखिल भारतीय किसान महासभा के संयुक्त आह्वान पर 24 दिसंबर से 28 दिसंबर तक जिले के सभी प्रखंड में किसान बचाओ-देश बचाओ अभियान के तहत किसान संघर्ष यात्रा निकाली जाएगी. चट्टी-बाजारों पर नुक्कड़ सभाओं का आयोजन करके तीनों काले कृषि कानूनों व प्रस्तावित बिजली बिल 2020 की सच्चाई से किसानों को वाकिफ करवाया जाएगा. जिसका नेतृत्व तरारी विधानसभा में सुदामा प्रसाद, अखिल भारतिय किसान महासभा के राज्य सह सचिव व तरारी विधायक, अगिआंव विधानसभा में मनोज मंज़िल, माले केंद्रीय कमिटी सदस्य व विधायक, संदेश विधानसभा में राजू यादव, अखिल भारतिय किसान महासभा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य, जगदीशपुर विधानसभा चंद्रदीप सिंह, अखिल भारतिय किसान महासभा नेता व पूर्व विधायक, आरा विधानसभा क्यामुद्दीन अंसारी इंसाफ मंच राज्य सचिव, बड़हरा विधानसभा में नंदजी, जिला कमिटी सदस्य, शाहपुर विधानसभा में हरेंद्र प्रसाद , जिला कमिटी सदस्य करेंगे
22 ,23 दिसम्बर को सभी प्रखंडों में किसान कन्वेशन का भी आयोजन होगा और वहां से इन कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पारित किये जाएंगे. पंचायतों से लिए गए प्रस्ताव को 29 दिसंबर के आयोजित राजभवन मार्च में राज्यपाल महोदय को सौंपा जाएगा. इस दौरान हरेक पंचायत में मोदी-अमित शाह का पुतला दहन करने का भी निर्णय लिया गया है.
पूरे जिले में छात्र संगठन आइसा व युवा संगठन इनौस अंबानी-अडानी के सामानों, दुकानों, माॅल प्रतिष्ठान आदि के बहिष्कार का शांतिपूर्ण आंदोलन चलायेंगे और बाॅयकाट करेंगे. अंबानी-अडाणी के हाथों देश की खेती-किसानी को गिरवी रखना देश की जनता कभी स्वीकार नहीं करने वाली है.
18 दिसंबर को पार्टी के पूर्व महासचिव विनोद मिश्र के स्मृति दिवस के पूर्व संध्या पर 17 दिसम्बर को क्रान्तिपार्क पार्क में संकल्प सभा किया जाएगा। जिसमे जनसंस्कृति मंच के आर्ट इकाई कला कम्यून के कलाकार राकेश दिवाकर व संजीव कुमार द्वारा पोस्टर प्रदर्शनी भी लगया जाएगा। जिसमे मुख्य अततिथि पार्टी पोलित ब्यूरो सदस्य वरिष्ट नेता कॉमरेड स्वदेश भट्टाचार्य होंगे।
5 जनवरी 2021 से किसानों के धान के साथ सभी प्रखंड कार्यालय को घेरा जाएगा।
मनोज मंज़िल, माले केंद्रीय कमिटी सदस्य व अगिआंव विधायक
राजू यादव, अखिल भारतिय किसान महासभा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य व माले केंद्रीय कमिटी सदस्य