आरा/भोजपुर। धर्म के प्रति आस्था का होना बहुत अच्छी बात है पर क्या कहना हर धर्म की अपनी अलग ही मर्यादा और अटुट विश्वास का प्रदर्शन कही कही ही देखने को मिलता है। पर आज जो चैती छठ अवसर पर घाट पर देखने को मिला है इसे आप क्या कहेंगे।
आज 18 अप्रैल चैती छठ का पहला शनध्या अर्घ दिया गया है लेकिन अफशोस यह है कि इस बार इस महापर्व में सरकार के तरफ से कोई खाश प्रबन्द नही किया गया। और गंगिया मैया में जल की धार की जगह शुखि भूमि और कीचड़ देखने को मिला।
ऐसे में आप समझ सकते है कि छठ घाट पर आए व्रतियों के दिल पर क्या गुजर रहा होगा।
बरहाल घाट में पानी नही होने से छठ व्रतियों को काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ा।
हला की सरकारी गाइड लाइन के मुताबिक कोरोना संक्रमण की बढ़ती आकड़ो से घाट पर आने की कोई अनुमति नही थी। बढ़ते आंकड़े से सरकार के अंदेशा अनुसार तो कोई कार्यक्रम या व्रत भी बाहर करने की आदेश नही है। फिर भी इस माहपर्व छठ में लगभग जिला में अधिकारियों द्वारा छठ वर्ती को रोक टोक नही किया गया जिससे छठ व्रतियों के चेहरे पर कोई तनाव नही देखने को मिला है।
और बड़े ही शान्ति पूर्वक आज का पहला अर्घ आरा के मशहूर गांगी घाट पर दिया गया।